हमारे देश के बेटे और बेटियों की बात ही कुछ ओर हैं, वह देश का नाम रोशन करने के लिए पूरी जी जान से मेहनत करते हैं। दरअसल अब ऐसा ही कुछ फरीदाबाद की प्रीति लांबा कर रही है, वह अपनी मेहनत और सच्ची लगन के बलबूते पर चीन में शुरू हुए एशियाई गेम्स में जाकर अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रही है।
वह एशियाई गेम्स में 3000 मीटर की स्टीपल चेस दौड़ में हिस्सा लेंगी। बता दें कि इससे पहले वह चंडीगढ़ में आयोजित हुईं इंडियन ग्रांड प्रिक्स की तीन किलोमीटर की स्टीपल चेस दौड़ में गोल्ड मेडल जीत चुकी है। इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतने के बाद ही एशियन गेम्स के लिए उनका चयन हुआ है। क्योंकि उन्होंने यह दौड़ 9.45 मिनट में पूरी की थीं। वैसे प्रीति ने अपने एथलेटिक करियर की शुरुआत साल 2009 में की थीं।
जानकारी के लिए बता दें कि स्टीपल चेस दौड़ पुरुषों और महिलाओं के लिए आयोजित होती हैं। इस दौड़ में 28 नियमित बाधाएं और सात जल बाधाएं पार करनी होती है। इसमें पुरुषों का बैरियर 36 इंच का और महिलाओं का बैरियर 30 इंच का होता है। पानी की छलांग का क्षेत्र 12 फीट लंबा और 70 सेमी गहरा होता है। इस दौरान कई बार एथलीट गिरकर चोटिल भी हो जाते हैं।