शहर में बढ़ते हुए डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के प्रकोप को देखते हुए शिक्षा विभाग ने एक अहम फ़ैसला लिया है। अपने इस फैसले के तहत विभाग ने शहर के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को दिशानिर्देश दिए हैं कि सोमवार से सभी विद्यार्थी फुल शर्ट और फुल पैंट पहनकर स्कूल आएंगे। ताकि मच्छरों से फैलने वाली बीमारी जैसे डेंगू, मलेरिया आदि से बचा जा सके।
इसके साथ ही विभाग ने निर्देश दिए हैं कि डेंगू, मलेरिया आदि के नियंत्रण और रोकथाम के लिए स्कूल परिसर और आसपास की जगहों को साफ सुथरा रखा जाए। वहा गमलों, टायरों और बोतलों पानी न भरने दिया जाए। क्योंकि डेंगू के मच्छर पानी में ही पनपते हैं। साथ ही समय समय पर फागिंग कराईं जाए।
विभाग ने दिशानिर्देश देने के साथ साथ विद्यार्थियों को बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए सभी स्कूलों में नोडल अधिकारी भी तैनात किए है। जानकारी के लिए बता दें कि शहर में आए दिन डेंगू के मरीज़ आ रहें हैं, फिलहाल शहर में डेंगू मरीजों की संख्या 90 हो गई है। जोकि पिछले साल के मुकाबले बहुत ज्यादा है।
इस पर जिला शिक्षा अधिकारी अशोक बधेल ने बताया है कि,”डेंगू, मलेरिया और चिकन गुनिया के बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते हुए ड्रेस कोड में बदलाव करने का निर्णय लिया गया है। जिससे स्कूली बच्चों को डेंगू व मलेरिया से बचाया जा सकें।”
ये हैं डेंगू के लक्षण-
गंभीर पेट दर्द होना
लगातार उल्टी होना
मसूड़ों या नाक से खून आना
सांस लेने में कठिनाई होना
थकान होना
चिड़चिड़ापन या बेचैनी होना
डेंगू से बचाव के उपाय –
घरों के आसपास गड्ढों को मिट्टी से भरवा दें
कूलर, होदी या अन्य पानी से भरे हुए बर्तन सप्ताह में एक बार अवश्य खाली करें
पूरी बाजू के वस्त्र पहनें और सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें
छतों पर रखी पानी की टंकी पर ढक्कन लगाकर बंद रखें
मलेरिया के अधिक जोखिम वाले इलाकों में घरों के अंदर
कीटनाशक का छिड़काव करें
बुखार आने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें