यमुना किनारे बसे बसंतपुर, इस्माइलपुर और अगवानपुर के हजारों लोगों के लिए ये ख़बर बड़ी ही अच्छी है। क्योंकि ये ख़बर इन क्षेत्रों के हजारों लोगों को राहत देने वाली है। दरअसल निगम ने इस क्षेत्र में बसी अवैध कॉलोनियों को तोड़ने का काम कुछ समय के लिए रोक दिया है। क्योंकि निगम के इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए बीते मंगलवार को कॉलोनियों के प्रतिनिधिमंडल ने निगम कमिश्नर ए मोना श्रीनिवास को एक ज्ञापन सौंपा था।
जिसके बाद से निगम कमिश्नर ने तोडफ़ोड़ के इस फैसले को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया है। फिलहाल इस मामले की रिपोर्ट को प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के समक्ष पेश किया जाएगा, फिर उनके दिशा निर्देश के अनुसार ही कार्यवाही की जाएगी। बता दें कि अवैध कॉलोनियों की यह तोड़ फोड़ 28 सितंबर को होनी थी। वैसे इन कॉलोनियों में रहने वाले लोग ज्यादातर उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड के है।
जानकारी के लिए बता दें कि कई साल पहले यह कालोनियां अवैध रूप से बसाई गई थी, लेकिन हैरानी की बात यह है कि निगम को इस बात का पता जब चला जब यहां पर जुलाई के महीने में बाढ़ आई थी। इस बात का पता चलने के बाद NIT के विधायक नीरज शर्मा ने विधानसभा में यह मामला उठाया था। जिसके बाद उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने इस मामले की जांच करने के लिए एक कमिटी का गठन किया था। फिलहाल इस कमिटी की रिर्पोट के आधार पर ही सरकार ने निगम को यहां के मकानों को ध्वस्त करने का आदेश दिया है।