शहर के कोने-कोने में से गंदगी के ढेरों को हटाने के लिए गांधी जयंती के अवसर पर 15 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक मेगा स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा हैं। लेकिन अभी तक शहर की जनता को इस अभियान का कोई फायदा नहीं हुआ है और न ही अब इस अभियान का कोई फायदा होगा। क्योंकि निगम के सफ़ाई कर्मचारियों 29 सितंबर तक क्रमिक भूख हड़ताल पर रहेंगे। जिस वज़ह से शहर में साफ़ सफ़ाई नहीं होगी।
बता दें कि निगम के कर्मचारी बीते सोमवार को दोपहर 12 बजे से हड़ताल पर हैं। ऐसे में शहर में कल से झाडू भी नहीं लगी हैं और ना ही कूड़े के ढेर उठे हैं। इसी के साथ बता दें कि इस वक्त NIT 5 में KL मेहता स्कूल के पास, बांके बिहारी मंदिर के पास, मुल्ला होटल रोड़ पर, मस्जिद मोड़ पर, सैनिक कॉलोनी और डबुआ रोड़ पर कूड़े के ढेर जमा हो रखें हैं, जिस वज़ह से यहां रहने वाले और आने जानें वाले लोगों को काफ़ी दिक्कत हो रही हैं।
इस हड़ताल पर राज्य प्रधान नगरपालिका कर्मचारी संघ के नरेश शास्त्री ने बताया कि,”सफाई कर्मचारियों की मांगों को निगम और सरकार अनसुना कर रही है। ऐसे में उन्हें क्रमिक भूख हड़ताल पर जाना पड़ा। वैसे सभी कर्मचारियों से कहा गया हैं कि सुबह तक वह अपना कार्य करें। लेकिन निगम कर्मचारियों को झाडू तक समय पर उपलब्ध नहीं करा पाता है। इसलिए सफाई के लिए कर्मचारी पूरी तरह से जिम्मेदार नहीं है।”
Xवहीं नगर निगम की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभजोत कौर ने बताया कि,”दो दिन से सफाई कर्मचारी क्रमिक भूख हड़ताल पर चल रहे हैं। इससे कुछ जगहों पर सफाई का काम प्रभावित हुआ है। लेकिन इको ग्रीन कंपनी खत्तों से कूड़े के उठान जल्द कराने को कहा गया है।”