औद्योगिक नगरी होने की वजह से फरीदाबाद की हवा बहुत ही ज्यादा प्रदूषित रहती है। ऐसे में शहरवासियों को इस प्रदूषित हवा से छुटकारा दिलाने के लिए कुछ समय पहले ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू किया गया है। लेकिन शहर में यह ग्रैप नियम भी बेकाबू होते नजर आ रहे है।
क्योंकि नियम लागू होने के बाद भी शहर की हवा की हालत सही नहीं है, दरअसल केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड ने बीते शुक्रवार को एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें शहर का AQI 205 दर्ज किया गया है। यानि की शहर की हवा खराब श्रेणी में पहुंच गई है। जिस वज़ह से ग्रैप के पहले नियम को शहर में लागू कर दिया गया है।
अब इस नियम के तहत शहर में बिल्डिंग के निर्माण, तोड़फोड़ और खुले में वेस्ट डालने पर पाबंदी होगी, निर्माण और तोड़फोड़ वाली जगहों पर एंटी स्मॉग गन लगानी होंगी। साथ ही बिल्डिंग निर्माण सामग्री को ढककर रखना होगा। नियमित रूप से सड़कों पर पानी का छिड़काव करना होगा और सड़कों की मशीनों से सफाई करनी होगी। कूड़ा खुले में नहीं जलाना है। पुराने पेट्रोल और डीजल वाहनों के नियम को सख्ती से लागू करना है। इसके अलावा ईंट भट्टों और हॉट मिक्स प्लांट को प्रदूषण संबंधित सभी नियमों का पालन करना है।
जानकारी के लिए बता दें कि शून्य से 50 के बीच AQI अच्छा, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI ‘गंभीर’ माना जाता है।