कुछ ही दिनों बाद सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है, ऐसे में शहर में एक तरफ जहां सर्दियों की धुंध के कारण वायु प्रदूषण बढ़ेगा, वहीं दूसरी ओर शहर में हादसों का भी खतरा बढ़ेगा। क्योंकि धुंध की वज़ह से वाहन चालको को सड़क पर मार्किंग नहीं दिख पाती है, जिस वज़ह से वह हादसों का शिकार हो जाते है।
बता दें कि फिलहाल शहर की 70 % सड़कों पर मार्किंग नहीं है, इसके लिए रोड सेफ्टी ओमीनी फाऊंडेशन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मांग भी की है कि वह शहर की सभी सड़कों पर मार्किंग कराए। फाऊंडेशन की इस मांग को स्वीकार करते हुए CM ने DC को आदेश भी दिए थे कि वह सभी विभागों को पत्र जारी करके रोड मार्किंग का कार्य कराए। लेकिन आलम यह है कि अभी तक कहीं भी कुछ भी नहीं हुआ है।
इस बारे में और जानकारी देते हुए हरियाणा रोड सेफ्टी काउंसिल के सदस्य देवेंद्र सिंह ने बताया कि,”सड़कों पर रोड मार्किंग जरूरी है। ताकि लोगों को पता चल सके कि सड़क किस तरफ टर्न हो रही है, कहां पर कट है और कहा पर चौक बने हुए हैं। क्योंकि रात के वक्त हाइवे पर रोड मार्किंग वाहन चालकों के लिए काफी सहायक साबित होती है, कारण यह है कि ज्यादातर जगहों पर स्ट्रीट लाइन नहीं होती है।”