शहर में आए दिन वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, लाख कोशिशों के बाद भी प्रदूषण की स्थिति में कोई सुधार नहीं आ रहा है। ज्यादा प्रदूषण होने की वजह से शहर की हवा सांस लेने लायक भी नहीं बची है। ऐसे में शहर की हवा को सांस लेने लायक बनाए रखने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गईं है। अब इन्हीं तैयारियों के चलते शहर का एक सर्वे किया जाएगा, कि शहर में प्रदूषण के कारण क्या है। फिर उनका मौके पर ही समाधान भी किया जाएगा।
बता दें कि इस सर्वे को केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई एयर पॉल्यूशन एक्शन ग्रुप के सदस्य करेंगे। इस सर्वे में वह धूल, कंस्ट्रक्शन वेस्ट, टूटे डिवाइडर, निर्माण सामग्री, कूड़ा, फुटपाथ डैमेज आदि की एक रिपोर्ट तैयार करेंगे। जिसके बाद वह नगर निगम के साथ मिलकर इन समस्याओं का समाधान करेंगे।
इसकी और जानकारी देते हुए नगर निगम के EXEN नितिन कादयान ने बताया कि,” केंद्र सरकार की तरफ से एयर पलूशन एक्शन ग्रुप का गठन किया गया है, जो जिले में काम करेगा। ग्रुप सर्वे भी करवाएगा, सर्वे के लिए प्राइवेट एजेंसी को नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।”
सर्वे में इन बातों पर दिया जाएगा ध्यान
मलबा, ईंट और कस्ट्रशन वेस्ट नगर निगम की जमीन पर फेंका गया है तो उसकी रिपोर्ट सर्वे में ली जाएगी।
टूटे डिवाइडर और फुटपाथ।
जर्जर सड़के।
रोड पर गहरे गड्ढे।
ऐसी कौन सी जमीन बंजर पड़ी है, जिसे हरा-भरा किया जा सकता है।
पब्लिक प्लेस पर कूड़ा कहां डाला जा रहा है।
किस सड़क किनारे रेत का ढेर
लगा है।
कहां कूड़े व पत्तियों में आग लगाई जा रही है।
नियमों का पालन किए बिना कहां कंस्ट्रक्शन वेस्ट फेंका जा रहा है।