दिवाली का त्यौहार आने में अभी कुछ समय बाकी है, लेकिन बल्लभगढ़ की हवा का हाल देखकर लग रहा है कि दिवाली पर होने वाली आतिशबाज़ी अभी से शुरू हो गई है। क्योंकि बीते कुछ दिनों से यहां की हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित हो रही है, दरअसल बीते शनिवार को बल्लभगढ़ 282 AQI के साथ देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। वहीं ग्रेटर नोएडा 289 AQI के साथ देश में पहले स्थान पर रहा।
शहर के बढ़ते इस प्रदूषण को देखकर लग रहा है कि नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की सभी कोशिशें बेकार हो रही है। क्योंकि प्रदूषण पर लगाम ही नहीं लग पा रही है। साथ ही ग्रैप नियम की भी बुरी तरह से धज्जियां उड़ रही है। ऐसे में प्रदूषण पर काबू पाने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रैप-2 की पाबन्दियां लागू कर दी है।
बता दे कि औद्योगिक नगरी होने की वजह से यहां पर कई सारी छोटी बड़ी कंपनियां हैं, जिनमें 24 घंटे काम होता है। जिस वजह से उनमें से गंदा धुआं निकलकर वायु को प्रदूषित करता है। साथ ही कंपनियां होने की वजह से यहां पर रोजाना लाखों वाहनों की आवाजाही होती है। ऐसे में ये वाहन भी वायु प्रदूषण का मुख्य कारण बन चुके है।
जानकारी के लिए बता दें कि शून्य से 50 के बीच AQI अच्छा, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI ‘गंभीर’ माना जाता है।