Faridabad का प्रशासन आए साल शहर की पानी व्यवस्था को सुधारने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करता है। लेकिन अफ़सोस इस बात का है कि करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी शहरवासियों को पीने के पानी पानी नहीं मिल रहा है। वह अपनी प्यास टैंकर के पानी से बुझा रहे है।
बता दें कि करीब 2 साल पहले FMDA ने सेक्टर 22, 23 और 55 में करोड़ों रुपए खर्च करके पानी व्यवस्था को सुधारा था, लेकिन हैरानी की बात यह है कि सबसे ज्यादा बुरा हाल इन्हीं सेक्टरों का है। यहां पर कई दिनों तक पानी नहीं आता है। जिस वज़ह से यहां के लोगों को निजी टैंकरो का सहारा लेना पड़ता है। इसी के साथ बता दें कि शहर में रोजाना 450 MLD पानी की खपत होती है, पर सप्लाई केवल 330 MLD पानी ही हो पाता है। जिस वज़ह से पानी की समस्या बनी रहती है।
वैसे इस समस्या को खत्म करने का दावा कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने भी किया था लेकिन आलम यह है कि उनके दावे भी जूठे साबित हो रहे हैं। जानकारी के लिए बता दे कि शहर की जनता को स्काडा (सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एकिवजिशन) योजना का भी लाभ लोगों को नहीं मिला है।
इस समस्या पर सफाई देते हुए FMDA की अतिरिक्त CEO डॉ गरिमा मित्तल का कहना है कि,” शहर में पेयजल व्यवस्था सुधार पर विभाग की तरफ से लगातार काम किया जा रहा है, लोगों को जल्द इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।”