हरियाणा के टूरिज्म मिनिस्टर कुंवरपाल गुर्जर ने 3 नवंबर को शहर के सबसे फैमस दिवाली सूरजकुंड मेले की शुरुआत कर दी है। यह मेला हर साल लगने वाले सूरजकुंड मेले से बिलकुल अलग है, क्योंकि इस बार मेले में सीता कुटी और सरयू नदी की आरती की जाएगी। वैसे ये सीता कुटी हरियाणा के अपना घर की जगह बनाई गई है और सरयू नदी घाट दिल्ली गेट से एंट्री करते हुए ही बनाया गया है। इस बार मेले में सीता मां का इतिहास और उनकी झांकी देखने को मिलेगी।
बता दें कि इस बार मेला परिसर में हरियाणा टूरिज्म की तरफ से 300 स्टॉल लगाए जाएंगे। साथ ही अलग अलग राज्यों के 50 फूड स्टॉल भी लगाए गए है, जहां पर आपको अलग अलग राज्यों का स्वाद चखने का मौका मिलेगा। इसके साथ ही बता दें कि मेला परिसर में आप 3 गेट से एंट्री कर सकते है और मेले का समय सुबह के 10 बजे से लेकर शाम के 7 बजे तक है।
इसके अलावा इस बार मेले की एंट्री टिकट मात्र 30 रुपए की होगी, 12 साल तक के बच्चों की एंट्री फ्री होगी और स्टूडेंट्स अपना ID कार्ड दिखाकर एंट्री ले सकते है।
जानकारी के लिए बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की घोषणा के बाद से ही साल में दो बार सूरजकुंड मेले का आयोजन किया जा रहा है। इससे पहले फरवरी के महीने में भी सूरजकुंड अंतराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले का आयोजन हो चुका है।