शहर के सबसे फैमस सूरजकुंड दिवाली मेले को अभी शुरू हुए केवल 4 दिन ही हुए है, लेकिन दुकानदारों के चेहरे पर अभी से ही मायूसी छा गई है। क्योंकि मेले में उनकी उस हिसाब से बिक्री नहीं हो रही है, जिस हिसाब से उन्हें बताया गया था। जिस वजह से वह अपने आप को लुटा हुआ महसूस कर रहे है, क्योंकि उनके पास उनके स्टॉल लगाने का भी किराया वापस नहीं आ रहा है।
बता दें कि फिलहाल मेले में रोजाना केवल हज़ार या 2 हज़ार ही पर्यटक आ रहे है, जिस वज़ह से दुकानदारों की बिक्री नहीं हो रही है। ऐसे में सभी दुकानदार इस बार हरियाणा पर्यटक विभाग से नाराज़ है। नाराज़ दुकानदारों का कहना है कि,” वह सूरजकुंड का नाम देख कर मेले में आए थे, लेकिन अब उन्हें लग रहा है कि वह लूट गए है। क्योंकि अभी तक उनकी 4 हज़ार रुपए की भी बिक्री नहीं हुई है। वहीं कई स्टॉलो पर लाइटिंग की भी सुविधा नहीं है, जिसके चलते उन्हें परेशानी झेलनी पड़ती है।”
इसी के साथ उन्होंने बताया कि मेला शुरू होने से पहले उन्हें बताया गया था कि, मेले में रोजाना 25 हज़ार लोग आएंगे। लेकिन सच्चाई कुछ और ही है, यहां एक दिन में 25 हज़ार तो दूर 5 हज़ार भी पर्यटक नही आ रहे है।