शहर के बढ़ते हुए प्रदूषण को कम करने के लिए दक्ष फाउंडेशन और शिक्षा विभाग ने एक योजना बनाई है। अपनी इस योजना के तहत यह दोनो एक साथ मिलकर शहर के अलग अलग राजकीय स्कूलों की खाली जमीन पर जापान के मियावाकी (घन वन) की तर्ज पर पौधे लगाएंगे। इसके लिए विभाग ने शहर के सभी राजकीय स्कूलों से खाली जमीन की जानकारी मांगी है। ताकि वह जल्द से जल्द काम शुरू कर सकें।
बता दें कि जमीन मिलने के बाद से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ऑयल और भी कई अन्य कंपनियों के सहयोग से यह काम शुरू कर दिया जाएगा। फिलहाल इसकी शुरुवात पाली के डाइट सेंटर से की जाएगी।
इसकी और जानकारी देते हुए जिला शिक्षा अधिकारी आशा दहिया ने बताया कि,”प्रदूषण स्तर को कम करने के लिए योजना तैयार की गई है। राजकीय स्कूल के प्रधानाचार्या से खाली जमीन के संबंध में जानकारी मांगी गई है। इसकी सूचना मिलते ही पौधे लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।”
जानकारी के लिए बता दें कि स्कूलों की खाली जमीन पर झाड़ीदार पौधे लगाए जाएंगे, क्योंकि यह पौधे थोड़े ही समय में बढ़ जाते है। साथ ही ऑक्सीजन भी खूब ही छोड़ते है। इसी के साथ बता दें कि मियावाकी पद्धति को जापान के पर्यावरणविद डी अकीरा ने विकसित किया है। इस पद्धति में आधे से एक मीटर की दूरी पर पौधे रोपे जाते है।