Haryana के गुरुग्राम जिले में एक बार फ़िर से मनाई जाएगी दिवाली, ये है इसके पीछे की वजह

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 Haryana के गुरुग्राम जिले में एक बार फ़िर से मनाई जाएगी दिवाली, ये है इसके पीछे की वजह

अभी हाल ही में दिवाली का त्यौहार मनाया गया है, लेकिन हरियाणा के गुरुग्राम जिले में 22 जनवरी को एक बार फ़िर से दिवाली का त्यौहार मनाया जाएगा। क्योंकि यह दिन पूरे हिंदुस्तान के लिए बहुत ही बड़ा दिन होने वाला है। दरअसल इस दिन भगवान राम को अयोध्या के राम मंदिर के गर्भ गृह में स्थापित किया जाएगा। इसलिए इस दिन को गुरुग्राम श्री राम को समर्पित करने वाला है।

Haryana के गुरुग्राम जिले में एक बार फ़िर से मनाई जाएगी दिवाली, ये है इसके पीछे की वजह

बता दें कि श्री राम को गर्भ गृह में स्थापित करने के कार्यक्रम को शहर के 100 से अधिक मंदिरों में बड़ी स्क्रीन और LED पर सीधा प्रसारण किया जाएगा, ताकि शहर का प्रत्येक व्यक्ति इस ऐतिहासिक दिन का साक्षी बन‌ सके। इसके लिए जल्द ही मंदिर समितियों के साथ बैठकें शुरू होंगी। साथ ही शहर के मंदिर और घरों को दीपो से सजाया जाएगा और मंदिरों में भजन, कीर्तन, हवन, सुंदरकांड पाठ, हनुमान चालीसा पाठ और सामूहिक आरती आदि कार्यक्रम भी कराए जाएंगे।

Haryana के गुरुग्राम जिले में एक बार फ़िर से मनाई जाएगी दिवाली, ये है इसके पीछे की वजह

वैसे एक तरफ़ जहां इस दिन की खुसी में ये सब कार्यक्रम किए जाएंगे, वहीं दूसरी ओर शहर में अक्षत कलश यात्रा निकाली जाएगी। इस यात्रा के लिए 1 जनवरी से 9 हजार से ज्यादा स्वयंसेवक अक्षत वितरण का कार्य करेंगे। इसलिए गुरुग्राम को 186 हिस्सों में बांट दिया गया है। ताकि यह कार्य आसानी से पूरा हो सके।

इस यात्रा की और जानकारी देते हुए गुरुग्राम के सेक्टर- 21, नीम की प्याऊ स्थित शिव मंदिर के पुजारी आचार्य रितेश पांडे ने बताया कि,”चावल यानी अक्षत का अर्थ है,जो कभी क्षय न हो। पूजा में अक्षत इसलिए चढ़ाया जाता है ताकि भगवान की पूजा के लिए हमारी जो भी संकल्पित इच्छा हो, वह पूर्ण रूप से प्राप्त हो सके और हमें अखंडता प्राप्त हो। अक्षत को शुद्ध अन्न माना जाता है। इसके पीछे कारण यह है कि धान के अंदर चावल बंद रहता है, जिसे पशु- पक्षी नष्ट नहीं कर पाते। यह भी माना जाता है कि अगर पूजा की सामग्री न हो तो चावल उसकी भरपाई कर देता है।”

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