हरियाणा अकसर अपनी खूबसूरती और सुनहरे इतिहास के कारण लोगों के आकर्षण का एक केंद्र बना रहता है। हरियाणा में आज भी बहुत सी ऐतिहासिक जगह मौजूद है, जिन को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। लेकिन इन्हीं ऐतिहासिक जगहों में से कुछ जगह खंडहर भी हो चुकी हैं।
ऐसे ही बहुत साल पहले हरियाणा की खूबसूरत जगहों में से एक था सेंट पाल चर्च। जिसकी खूबसूरती एक जमाने में लोगो के आकर्षक का केंद्र थीं। लेकिन समय की मार ने उस खूबसूरत चर्च को एक खंडर में तब्दील कर दिया। दरअसल साल 1965 में हुए भारत पाक युद्ध ने इस चर्च को खंडर में तब्दील कर दिया।
क्योंकि इस युद्ध में पाकिस्तान की एयरफोर्स ने इस चर्च पर बम बरसा दिए थे, जिस वजह से यह खंडर बन गया। बहुत साल पहले यहां पर भी क्रिसमस पर्व पर कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे, लेकिन आज यहां कोई आता भी नहीं है। वैसे तो इस जगह को आर्कियोलाजिकल सर्वे आफ इंडिया संरक्षित घोषित किया गया है,लेकिन आज तक इसका दुबारा से निर्माण नहीं किया गया है।
जानकारी के लिए बता दें कि यह चर्च 1857 के स्वाधीनता संग्राम से भी जुड़ा है। इसमें आज भी उस समय की बाइबल मौजूद है। वहीं इस चर्च के इतिहास की बात करें तो ये चर्च उन दोनो का हैं जब भारत में इसाई धर्म का जमकर प्रचार किया जा रहा था।
उस समय लोगों को फरमान दिए जा रहे थे कि यदि कोई व्यक्ति ईसाई धर्म को अपनाता है तो, उससे उसकी जमीन जायदाद जब्त नहीं की जाएगी, यदि उसका कोई वारिस नहीं है। उसी समय अंबाला कैंट में डेयरी फार्म रोड के किनारे सेंट पाल चर्च का भी गोथिक स्टाइल में निर्माण किया गया था। लेकिन साल 1965 में भारत पाक के युद्ध में पाकिस्तान ने इसे खंडर बना दिया।