भारत का राज्य हरियाणा और हरियाणा का जिला फरीदाबाद, इस शहर में आपको देश के सभी राज्यों के लोग ही नहीं, बल्कि बाहरी देशों के लोग भी देखने को मिल जाएंगे। क्योंकि यह औद्योगिक नगरी है, यहां पर लोग रोजी-रोटी कमाने आते हैं। इसे स्मार्ट सिटी के नाम से भी जाना जाता हैं, लेकिन अब यह स्मार्ट सिटी धीरे-धीरे अवैध सिटी के रूप में विकसित होती जा रहीं है। क्योंकि यहां पर रोहिंग्या और बांग्लादेशियों की बस्तियां स्थापित होती जा रही है।
यह लोग सुबह 4 बजे से ही अपना काम शुरू कर देते हैं, यह पूरे शहर की गलियों में जा जाकर कूड़ा बिनते हैं। कूड़े बिनते समय यदि उन्हें घर से बाहर कोई मूल्यवान वस्तु मिल जाती है, तो वह उसे भी उठा कर अपने झोले में डाल देते हैं। वैसे तो यह लोग सबकी नजर में कबाड़ा बीनने का काम करते हैं, लेकिन चोरी चुपके यह लोग चोरी, लूटपाट, नशाखोरी जैसे अपराधी कार्य भी करते हैं।
साथ ही यह लोग शहर में पॉल्यूशन फैलाने का भी काम करते हैं, क्योंकि यह लोग कूड़े में बीने गई पालीथिन और बिजली के तार को जला देते हैं। जिससे गंदा धुआं निकलता है। बता दें कि यह लोग मुजेड़ी गांव, सेक्टर 10, बाईपास रोड, बड़खल के पहाड़ी क्षेत्र, नेहरू कॉलोनी, सेक्टर 25, और भी अन्य जगहों की सरकारी जगहों पर अवैध झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहते हैं। लेकिन प्रशासन फिर भी चुप है, प्रशासन को परवाह ही नहीं है कि शहर में कौन अवैध तरीके से रह रहा है और क्या कर रहा है।