नया साल शुरू हो चुका है और नया साल शुरू होते ही कृषि विभाग ने प्रदेश के हजारों किसानों को नए साल का तोहफ़ा भी देना शुरू कर दिया है। दरअसल विभाग मात्र 100 रुपये प्रति एकड़ की दर से खेतों में ड्रोन की मदद से नैनो यूरिया का छिडकाव करने जा रहा है। यह ड्रोन किसानों को कृषि विभाग की ओर से ही निशुल्क उपलब्ध करवाया जा रहा है।
बता दें कि विभाग यह छिड़काव ‘पहले आओ और पहले पाओ’ नीति पर करेगी। यानि की जो किसान पहले पंजीकरण कराएगा उसके खेत में पहले छिड़काव किया जायेगा। इसलिए इसका लाभ उठाने के लिए किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा, जिसके बाद विभाग के कर्मचारी उनके खेतो मे ड्रोन की मदद से नैनो यूरिया का छिड़काव करेंगे।
इसी के साथ बता दें कि रबी सीजन की फसलों के लिए खाद की मांग अधिक रहती है, जिस वज़ह से किसान अधिक मात्रा में नाइट्रोजन युक्त उर्वरक का छिड़काव करते है। जिससे मिट्टी की उपजाऊ शक्ति कम हो जाती है और मिट्टी में पोषक तत्वों का संतुलन बिगड़ जाता है। साथ ही प्रदूषण बढ़ता है और लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
ऐसे में विभाग ने नाइट्रोजन युक्त उर्वरक का इस्तमाल कम करने के लिए यह फैसला लिया है, ताकि किसानों की जेब पर भी कम असर पड़े और जनता को भी खाने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाली फसल मिले।
इसकी और जानकारी देते हुए सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि,”इस योजना को ज्यादा से ज्यादा किसानों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी कृषि विभाग को सौंपी गई है। विभाग के अधिकारी हर गांव तक किसानों को जानकारी उपलब्ध करवाएंगे और उन्हें कम समय में यूरिया के छिड़काव व नैनो यूरिया के लाभ बताएंगे। इससे किसान का छिड़काव में लगने वाला समय कम होगा।”