शहर में जो ठेकेदार अवैध बाजार लगवाते है अब से उनकी मुश्किलें बढ़ने वाली है, क्योंकि नगर निगम इन अवैध बाजारो पर कार्यवाई करने वाला है। जिसके लिए निगम ने तैयारिया भी शुरू कर दी है। दरअसल निगम इन बाजारो में लगने वाली दुकानों के तहबाजारी शुल्क लेने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए निगम ने सरकार के पास रिपोर्ट भेजी है। अब जब तक सरकार की तरफ़ से इसकी अनुमति नहीं मिल जाती तब तक इन बाजारो को बंद रखा जाएगा।
बता दें कि समाधान शिविर में लगातार इन अवैध बाजारो की शिकायतें आ रही है, इन शिकायतों का समाधान करने के लिए ही निगम ने यह फैसला लिया है। क्योंकि इन अवैध बजारों से आम लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्योंकि इन बाजारो में जुआ खेला जाता है। दुकानदार सड़को पर ही अपनी दुकानें लगा लेते हैं, जिस वजह से सड़को पर चलने की जगह नहीं बचती है और ऐसे में जाम लग जाता है। साथ ही बाजार खत्म होने के बाद दुकानदार उस जगह पर गंदगी भी फैला देते है, जिससे वहाँ रहने वाले लोगों को परेशानी होती है।
जानकारी के लिए बता दें कि ये अवैध बाजार निगम की ज़मीन पर लगाये जाते है, बिना किसी अनुमति के। माफिया रेहड़ी पटरी वालो से शुल्क वसूल करते है क्योंकि वह इस शुल्क के बदले उन्हें निगम की ज़मीन पर रेहड़ी खड़ी करने की जगह, बिजली और पानी देते है। बता दें कि वह प्रत्येक रहेड़ी वाले से 500 रुपये लेते है और बाजार में रहेड़ी वाले 60-70 है।
इस पर अतिरिक्त आयुक्त नगर निगम स्वप्निल पाटिल का कहना है कि,”शहर में लगने वाले अवैध बाजारों को लेकर समाधान शिविर में लगातार शिकायतें आ रही है। एसडीओ और कार्यकारी अभियंता को आदेश दिया गया कि वह बाजारों को चिन्हित करे। इन बाजारों को लगवाने में किस किस की भूमिका है।”
यहाँ लगते हैं अवैध बाजार
सोम बाजार – एसजीएम नगर
मंगल बाजार – धौज
बुध बाजार
सेक्टर-48 के सामने
गुरु बाजार – सेक्टर-55
शुक्र बाजार – सेक्टर-23 मद्रासी मंदिर के सामने
शनि बाजार – 60 फुट रोड जवाहर कालोनी
रवि बाजार – सेक्टर-52 नियर डिस्पोजल