हर साल की तरह इस साल भी 7 फ़रवरी से लेकर 23 फ़रवरी तक 38वे अंतराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले का आयोजन होने वाला है। ऐसे में जो लोग मेले में जाने वाले है ये खबर उनके लिए बड़े ही काम की है। वर्ना बाद में आपको भारी नुकसान हो सकता है। दरअसल सूरजकुंड मेले का आयोजन अरावली की पहाड़ियों में होता है, जिस वज़ह से यहां पर हेमशा बंदरो की टोली घूमती है। कभी कभी पर्यटकों की लापरवाही की वजह से वह बंदरो का शिकार हो जाते है।
बता दें कि वैसे तो पर्यटकों की सुरक्षा और First AIDS के लिए मेला परिसर में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से डिस्पेंसरी बनाई गई और उनमें रेबीज के इंजेक्शन की भी सुविधा भी रखी गई है। ताकि आपातकालीन स्थिति में प्रयोग किया जा सके। लेकिन इसके साथ ही पर्यटकों को भी सावधानी बरतने की जरूरत है। ताकि वह किसी घटना का शिकार न हो।
इसी के साथ बता दें कि ये दोनो डिस्पेंसरी 24 घंटे खुली रहेगी और पीड़ितो को फ़्री में एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगाया जाएगा।