इन दिनों स्मार्ट सिटी Faridabad की न तो हवा सांस लेने लायक है और न ही पानी पीने लायक है। यहां की जनता के सामने करो या मरो वाली स्थिति बनी हुई है। यदि वह पानी और हवा का उपयोग नहीं करेंगे तो भी मर जाएंगे, और करेंगे तो भी मर जाएंगे। क्योंकि यहां पर इतना प्रदूषण बढ़ रहा है कि यहां की हवा और पानी लोगों के लिए जहर बन गया है।
वैसे शहर के जल प्रदूषण की असली वजह है प्रशासन, क्योंकि प्रशासन किसी भी चीज़ पर ध्यान नहीं देती है। दरअसल इस वक्त सेक्टर 25 और 58 में कई ऐसी फैक्ट्रियां है, जो गंदे कैमिकल वाले पानी को खुले नाले और नहरो में बिना ट्रीट करे ही बहा रही है। लेकिन हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड है कि कोई कार्यवाही ही नहीं कर रहा है।
बता दें कि इस कैमिकल वाले पानी से न सिर्फ नालों का पानी दूषित हो रहा है,बल्कि ग्राउंड वॉटर भी दूषित हो रहा है। क्योंकि नाले नीचे से कच्चे होते है, जिस वजह से पानी जमीन के अंदर भी जाता है, और जब पानी नीचे जाता है तो वह साफ पानी के अंदर घुल जाता है। जिस कारण से साफ़ पानी भी दूषित हो जाता है।
बता दे कि हरियाणा स्टेट पॉलूशन कंट्रोल बोर्ड के रीजनल ऑफिसर विपिन ने बताया कि,”जहां कहीं भी गंदा पानी खुले में बहाया जा रहा है, वहां पर जांच करने के बाद कार्रवाई की जाएगी।”