इन दिनों Faridabad के सेक्टर 12 के HSVP मैदान में सरस मेला का आयोजन किया जा रहा है, जिसे देखने के लिए भारी संख्या में लोग पहुँच रहे है। इस मेले में अलग अलग हस्त शिल्पकारों की कला लोगो को अपनी तरफ़ आकर्षित कर रही है। इसके अलावा इस मेले में लोगो को बाजरे से बने गोल गप्पे और का डोसा भी अपनी तरफ़ आकर्षित कर रहे है। क्योंकि उन्होंने इस से पहले बाजरे के गोल गप्पे और डोसा नहीं देखा है।
बता दें कि मेले में ये बाजरे से बने गोल गप्पे और डोसा भिवानी के राठीवास गाँव की कुंती देवी लेकर आई है। इसी के साथ बता दें कि उन्होंने बाजरे से गोल गप्पे और डोसा दो साल पहले राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत शुरू किया था, जब उनके गाँव में M-3 फाउंडेशन के लोग आए थे। क्योंकि फाउंडेशन के लोग एक ऐसी महिला की तलाश कर रहे थे जो बाजरे से अलग अलग तरह का व्यंजन बनाना जानती हो।
और कुंती देवी ऐसी ही महिला थी जो उनकी उम्मीदो पर खरी उतरी। जिसके बाद फाउंडेशन ने उन्हें यह व्यापार करने के लिए पाँच लाख रुपए दिए। बस जब से ही कुंती देवी की क़िस्मत बदल गई और वह पूरे प्रदेश में फेमस हो गईं अपने अनोखे व्यंजनो की वजह से। वैस बाजरे के गोल गप्पे और डोसा के इलावा वह गुलाब जामुन, बाजरे का जूस, बिस्कुट और लड्डू भी बनाती है।
इस बात की और जानकारी देते हुए कुंती देवी बताती हैं कि,”बचपन में उन्होंने अपने स्कूल के अध्यापक को धक्का दे दिया था, जिसके बाद वह कभी स्कूल नहीं गई। उन्हें अक्षर ज्ञान नहीं है, लेकिन दो वर्षों ने व्यापार चलाने का अच्छा खासा ज्ञान हो गया है। इसमें अब इनके पति अनिल भी काफी हाथ बंटाते हैं। अनिल ट्रैक्टर पर आटा-चक्की चलाते हैं।इसके अलावा इनके दोनों पुत्र भी काफी सहयोग करते हैं। साथ ही गांव की 10-12 महिलाओं को भी रोजगार दिया हुआ है।”