शहर की स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अपना एक कदम आगे की ओर बढ़ाते हुए प्रशासन ने शहर की जनता को एक और नई सौग़ात दी है। दरअसल अब से पहली बार ESIC मेडिकल कॉलेज एव अस्पताल में गंभीर बीमारियों की अधिक सटीक और सुरक्षित जाँच करने के लिए डिजिटल रेडियोग्राफी फ्लोरोस्कोपी (डीआरएफ) तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इस तकनीक का प्रयोग करके डॉक्टर कंप्यूटर स्क्रीन पर देखकर ही जांच के लिए सैंपल ले सकता है।
बता दें कि यह तकनीक किडनी, और कैंसर की बायोप्सी के लिए बहुत कागार साबित होगी। इसी के बता दें कि इस जाँच का प्रयोग कैंसर की संभावना होने पर, शरीर में दवाई के रिएक्शन करने पर, किडनी संक्रमण बढ़ने पर या घुटनों और कूल्हों के ऑपरेशन के दौरान किया जाता है। जानकारी के लिए बता दें यहां पर रोज़ाना हजारों मरीज़ आते है जिनमें से 100 मरीज़ ऐसे होते हैं जिन्हें बायोप्सी की ज़रूरत होती है। लेकिन अब तक अस्पताल में यह सुविधा ना होने की वजह से मरीजों को इधर उधर भटकना पड़ता था, पर अब से उन्हें किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी।
इस की और अधिक जानकारी देते हुए डॉ. जसवंत सिंह ने बताया कि,”बायोप्सी गंभीर जांचों की एक प्रक्रिया है। जैसे कैंसर की जांच या शरीर में संक्रमण की जांच आदि के लिए की जाती है। इसमें शरीर के किसी भी भाग का एक छोड़ा टुकड़ा लेकर माइक्रोस्कोप से विभिन्न रंगों के माध्यम से जांच की जाती है, जिससे कैंसर सहित अन्य बीमारियों की पुष्टि होती है। कुछ मामलों में देखा जाता है कि मरीज के किसी भाग में बड़ी गांठ निकल आती है। इस तरह के मामलों में छोटे ऑपरेशन से पूरी गांठ निकाल कर उसकी जांच की जाती है।”