फरीदाबाद में आवारा कुत्तों के बढ़ते आतंक के चलते सुप्रीम कोर्ट ने कुत्तों को पकड़ कर शेल्टर में रखने का आदेश दिया है। इसके बाद से लोगों ने इस खबर को पढ़कर राहत की सांस ली है।
परंतु आवारा कुत्तों को पकड़ कर जिस शेल्टर में रखा जाएगा उसकी हालत कितनी खराब है यह बयां भी नहीं किया जा सकता है।

जानकारी के लिए बता दें की NIT 5 में बना शेल्टर होम रहने की स्थिति में नहीं है। उसमें मलबे का ढेर भरा हुआ है। वहीं इसके अलावा एनआईटी में स्थित दशहरा चौक पर जो शेल्टर बना हुआ है वह निजी एंबुलेंस चालकों के लिए एक अड्डा बन चुका है जहां पर लगातार कई निजी एंबुलेंस खड़ी रहती हैं।

यदि ऐसी परिस्थितियों में इन शेल्टर के अंदर आवारा कुत्तों को रखा जाएगा तो उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है, यहां तक कि उनकी जान भी जा सकती है।

आवारा कुत्तों को शेल्टर में रखने की बेहद आवश्यकता है क्योंकि आए दिन लगभग 100 लोगों को आवारा कुत्ते के काटने की खबर आती है जिससे लोग भी वह दुखी हैं और इसके चलते कई बार लोग कुत्तों पर भी जानलेवा हमला कर देते हैं। इसी कारण कुत्तों का शेल्टर में रहना बेहद जरूरी है। इसलिए प्रशासन को शेल्टर की मरम्मत करने के बाद ही किसी जीव को उसमें रखना चाहिए।




