हरियाणा में चलने वाली भारत की पहली हाइड्रोजन ट्रेन अब बनकर तैयार हो चुकी है। जींद और सोनीपत के बीच 89 किलोमीटर के रूट पर इसका ट्रायल किया जाना है। जानकारी के मुताबिक सितंबर 2025 में इसका ट्रायल होगा।

दुनिया की सबसे शक्तिशाली हाइड्रोजन ट्रेन बिल्कुल प्रदूषण मुक्त है यह ट्रेन 1200 हॉर्स पावर की क्षमता वाली होगी इस ट्रेन में कुल 10 कोच होंगे जिसमें आठ कोच यात्रियों के लिए शेष की 2 कोच हाइड्रोजन स्टोरेज के लिए रहेगा ।

1200 हॉर्स पावर की क्षमता वाली यह ट्रेन एक से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है और एक साथ 2638 यात्रियों को सफर करा सकती है । जानकारी के लिए बता दे की ट्रेन को चेन्नई की “इंटीग्रल पोस्ट फैक्ट्री में बनाया गया है” तथा इस ट्रेन को बनाने के लिए करीब 82 करोड रुपए खर्च हुए हैं।

भारतीय रेलवे द्वारा “हाइड्रोजन का हेरिटेज” पहल की शुरुआत हुई जिसके तहत 35 ट्रेनों के लिए 2800 करोड रुपए तथा बुनियादी ढांचे के लिए 600 करोड रुपए लगे। इस ट्रेन के चल जाने से न केवल यात्री को फायदा होगा बल्कि पर्यावरण भी साफ सुथरा रहेगा।




