हरियाणा में बारिश के कारण हर तरफ बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं । यमुना, घग्गर और मारकंडा नदी सभी डेंजर लेवल से ऊपर की तरफ बह रहे हैं। इसके कारण इन नदियों के आसपास के सभी गांव खतरे में है। वहीं कुछ नदियों की चपेट में कई गांव आ चुके हैं।

फरीदाबाद में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ जाने से करीब 27 गांव में बाढ़ का पानी घुस चुका है जिससे करीब 5 फीट तक पानी भरा हुआ है सभी लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। वही मारकंडा नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से 0.15 मी ऊपर बह रहा है जो कि पहले और ज्यादा था और अब कुछ काम हुआ है।

परंतु खतरे का निशान अभी भी उसमें डूबा हुआ है। खतरे के निशान से ऊपर पानी बहने के कारण आसपास के गांव में बाढ़ आने की संभावना है वहीं पशुओं के लिए चारे का संकट बना हुआ है तथा खेतों में पानी लबालब भर चुका है जिससे सारी फसले बर्बाद हो चुकी हैं।
इसके अलावा यदि घग्गर नदी की बात करें तो इसका जलस्तर बढ़ता जा रहा है और खतरे के निशान से 4 इंच ऊपर बहता दिखाई दे रहा है। घग्गर नदी का जलस्तर फिलहाल के तौर पर 23.4 फिट मापा गया है। डेंजर लेवल पार कर जाने के कारण गांव में खतरे का माहौल है।

सभी स्कूलों की छुट्टियां कर दी गई है तथा सुरक्षा की दृष्टि से जेसीबी तथा अन्य मशीनों को तैनात कर दिया गया है । इसके अलावा खेतों को भी भारी नुकसान देखने को मिला है। वहीं यदि इस्माईलाबाद की बात करें तो यहां पर भी गांव खतरे में है। दरअसल यहां दो जगह से तटबंध क्षतिग्रस्त हुए पड़े हैं जिसे ठीक नहीं किया जा सकता इसके अलावा बाद में इन दो जगह के अलावा तीसरी जगह से भी तटबंध टूट गया जिसके कारण इसका असर अंबाला के गांव पर पड़ रहा है। इस तरीके से हरियाणा के कई जिलों में बाढ़ से कई गांव प्रभावित हो चुके हैं।



