
हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सर्दियों के मौसम में बढ़ने वाले प्रदूषण से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। राजधानी दिल्ली से सटे एनसीआर जिलों विशेष रूप से गुरुग्राम और फरीदाबाद में हवा की गुणवत्ता हर साल इस मौसम में बेहद खराब हो जाती है। इसी स्थिति को देखते हुए बोर्ड ने कई सख्त फैसलों की घोषणा की है।
जानकारी के लिए बता दें कि प्रदूषण पर लगाम कसने के लिए गुरुग्राम और फरीदाबाद में 10 साल से अधिक पुराने डीजल वाहनों और 15 साल से पुराने पेट्रोल वाहनों के चलने पर रोक लगा दी गई है। अधिकारियों के मुताबिक, दोनों जिलों में ऐसे करीब 15 लाख वाहन चिन्हित किए गए हैं। जिला परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस ने इन वाहनों पर कार्रवाई शुरू कर दी है।
इसके अलावा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले धुएं और निर्माण स्थलों की धूल को नियंत्रित करने के लिए एक मेगा एक्शन प्लान लागू किया है। 500 वर्ग मीटर से बड़े सभी निर्माण प्रोजेक्ट्स को राज्य के धूल नियंत्रण पोर्टल पर पंजीकृत करना अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही, बोर्ड द्वारा नियमित निरीक्षण किए जाएंगे और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
गुरुग्राम और फरीदाबाद में डीजल जनरेटर सेट्स के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। वहीं, सभी औद्योगिक इकाइयों को तुरंत ग्रीन फ्यूल पर शिफ्ट करने के निर्देश जारी किए गए हैं। ऐसा न करने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि अक्टूबर से जनवरी तक हवा में नमी और तापमान गिरने से धुंध और स्मॉग का स्तर बढ़ जाता है, जिससे वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर तक पहुंच जाती है। इस बार समय रहते ही निवारक कदम उठाकर हालात पर नियंत्रण पाने का प्रयास किया जा रहा है।
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