फरीदाबाद नेशनल हाईवे-19 और उससे जुड़ी सर्विस रोड पर अवैध पार्किंग की समस्या लगातार गहराती जा रही है, जिससे ट्रैफिक की रफ्तार थम सी गई है। उपायुक्त विक्रम सिंह द्वारा कड़े निर्देश जारी किए जाने के बावजूद अतिक्रमण और अवैध पार्किंग पर लगाम नहीं लग सकी है।

अजरौंदा चौक, बाटा चौक, ओल्ड फरीदाबाद और बड़खल चौक जैसे व्यस्त चौराहों और मार्गों पर हालात और भी बदतर हैं। शनिवार को किए गए निरीक्षण में देखा गया कि सड़क किनारे और ग्रीन बेल्ट पर बड़ी संख्या में वाहन खड़े थे, जिससे वाहन चालकों और आम राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।
मेट्रो स्टेशन के पास अजरौंदा चौक पर दोपहर 12 बजे के करीब ऑटो चालकों की भीड़ दिखाई दी, जो बीच सड़क पर ही सवारियां बिठा रहे थे। इससे ना केवल ट्रैफिक बाधित हुआ, बल्कि सड़क सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो गए। यही हाल मथुरा रोड और उसकी सर्विस लेन पर भी देखने को मिला, जहां वाहन चालकों ने ट्रैफिक नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाईं।

उपायुक्त विक्रम सिंह ने बीते सप्ताह पुलिस, एफएमडीए और एनएचएआई अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि राष्ट्रीय राजमार्ग और उससे सटे मार्गों से अवैध पार्किंग, अतिक्रमण और जलभराव जैसी समस्याओं को सख्ती से हटाया जाए। इसके बावजूद जमीनी स्तर पर हालात जस के तस हैं।

रेहड़ी-पटरी वालों ने भी डीसी के आदेशों की परवाह किए बिना अपने ठिकाने नहीं बदले। फुटपाथ और सड़क किनारे व्यापार अब भी जारी है, जिससे पैदल चलने वालों को रास्ता मिलना मुश्किल हो गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस की निष्क्रियता और फील्ड पर निगरानी की कमी के कारण स्थिति दिन-ब-दिन और बिगड़ रही है। जब तक प्रशासन मौके पर जाकर नियमित कार्रवाई नहीं करता, तब तक हाईवे पर सुचारू यातायात व्यवस्था की उम्मीद करना मुश्किल है।



