दिवाली से पहले ही फरीदाबाद में वायु प्रदूषण ने चिंताजनक रूप लेना शुरू कर दिया है। खासकर बल्लभगढ़ क्षेत्र में हालात तेजी से बिगड़ते नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 258 तक पहुंच गया, जबकि एक दिन पहले यह 162 था। लगातार बढ़ता प्रदूषण स्तर शहरवासियों के लिए चिंता का विषय बन गया है।

रविवार को भी स्थिति में खास सुधार नहीं देखा गया। सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक बल्लभगढ़ का AQI केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध ही नहीं था। क्षेत्र में स्थापित प्रदूषण मापक मशीनें बार-बार खराब हो रही हैं, जिससे आंकड़े समय पर सामने नहीं आ पा रहे हैं। सेक्टर 16-ए की मशीन तो लगातार निष्क्रिय बनी हुई है, और अभी तक चालू नहीं हो पाई है।

हालांकि रविवार देर शाम बल्लभगढ़ का AQI 185 रिकॉर्ड किया गया, जिसमें PM 2.5 की मात्रा 185 और PM10 की मात्रा 150 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज की गई। वहीं, पूरे फरीदाबाद की बात करें तो रविवार को औसतन AQI 118 रिकॉर्ड किया गया, जो कि “मध्यम” श्रेणी में आता है। लेकिन कई क्षेत्रों में यह स्तर पहले ही 100 के पार जा चुका है।
एनआईटी क्षेत्र में AQI 134, सेक्टर-11 में 120 और सेक्टर-30 में 100 तक पहुंच गया है। शहर में कुल पांच स्थानों पर वायु गुणवत्ता मापन के लिए मशीनें लगाई गई हैं, जिनमें से फिलहाल चार सक्रिय हैं। लेकिन सेक्टर 16-ए की मशीन अब तक बंद है और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पास इसे लेकर कोई ठोस जवाब नहीं है।

बढ़ते प्रदूषण के बावजूद संबंधित विभागों की लापरवाही शहरवासियों को खटक रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि दिवाली से पहले ही वायु की गुणवत्ता खराब हो रही है, और यदि समय रहते प्रभावी कदम नहीं उठाए गए तो त्योहार के दौरान हालात और भी ज्यादा बिगड़ सकते हैं।

स्थानीय नागरिकों और पर्यावरण प्रेमियों ने प्रशासन से अपील की है कि प्रदूषण नियंत्रण को प्राथमिकता दी जाए और खराब मशीनों को तुरंत ठीक कर सक्रिय किया जाए, ताकि सटीक जानकारी के आधार पर जरूरी कदम उठाए जा सकें।



