दिवाली से पहले ही हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर की ओर बढ़ रही है। शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक बल्लभगढ़ में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 254 तक पहुंच गया, जबकि फरीदाबाद में यह 105 दर्ज किया गया। चिंता की बात यह है कि एक दिन पहले बल्लभगढ़ का AQI 297 तक चला गया था, जो बीते पांच वर्षों में सबसे अधिक रहा।

इससे पहले 17 अक्टूबर 2020 को बल्लभगढ़ में AQI 283 रहा था। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि मौसम की स्थिति ऐसी ही बनी रही तो दीपावली पर हालात और बिगड़ सकते हैं। इस बार वायु गुणवत्ता पहले से ही खराब हो चुकी है, जबकि त्योहार के दौरान पटाखों का धुआं अभी आना बाकी है।

फरीदाबाद में प्रदूषण के आंकड़ों में असंगति देखने को मिल रही है। सेक्टर-16 ए में लगी एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग मशीन लंबे समय से खराब है, जिससे शहर में वास्तविक प्रदूषण स्तर का पता नहीं चल पा रहा। चार में से एक मशीन काम कर रही है, जिसकी वजह से AQI अपेक्षाकृत कम दिख रहा है। इसी तरह अक्टूबर 2023 में भी शहर की सिर्फ एक ही मॉनिटरिंग मशीन चालू हालत में थी।

दिल्ली-एनसीआर में इस बार ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के पहले चरण को लागू किए जाने के बावजूद सेक्टर-16 ए की मशीन की मरम्मत नहीं हो सकी है। बीते पांच वर्षों के आंकड़े बताते हैं कि बल्लभगढ़ और फरीदाबाद दोनों क्षेत्रों में AQI में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। अक्टूबर 2021 में फरीदाबाद का AQI 312 तक पहुंच गया था, जो उस अवधि का सबसे अधिक स्तर था।



