फरीदाबाद जिले के नीमका गांव स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में मूलभूत सुविधाओं का अभाव छात्रों के स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों के लिए खतरा बनता जा रहा है। विद्यालय परिसर में न तो पीने के पानी की उचित व्यवस्था है और न ही साफ-सफाई का कोई प्रबंध। पानी की टंकी में महीनों से जमी काई और शौचालयों में फैली गंदगी से बदबू का माहौल बना हुआ है, जिससे संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका लगातार बढ़ती जा रही है।

स्थानीय ग्रामीणों और अभिभावकों ने बताया कि बच्चों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा, वे गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। शौचालयों की सफाई न होने से दुर्गंध बनी रहती है, और संक्रमण का खतरा दिन-ब-दिन गंभीर होता जा रहा है।

स्कूल में सफाईकर्मी और शिक्षकों की कमी भी बड़ा कारण है, जिससे व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। कई बार छात्र और शिक्षक खुद ही झाड़ू लगाकर सफाई करने को मजबूर हो जाते हैं। शिक्षकों की अनुपस्थिति के कारण पढ़ाई पर भी गहरा असर पड़ा है, जिससे छात्रों के भविष्य को लेकर अभिभावक चिंतित हैं।

ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि स्कूल की दुर्दशा को गंभीरता से लिया जाए और जल्द से जल्द यहां स्वच्छता, जल आपूर्ति और स्टाफ की उपलब्धता को लेकर जरूरी कदम उठाए जाएं। उनका कहना है कि अगर समय रहते हालात नहीं सुधरे, तो इसका सीधा असर बच्चों की सेहत और शिक्षा पर पड़ेगा।



