फरीदाबाद में दिवाली की रौनक के साथ-साथ प्रदूषण का स्तर भी खतरनाक हद तक बढ़ गया। सोमवार को दिनभर और देर रात तक हुई जोरदार आतिशबाज़ी का असर मंगलवार को शहर की हवा में साफ नजर आया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, बल्लभगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 297 तक पहुंच गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है।

एनआईटी क्षेत्र में भी हालात बेहतर नहीं रहे। यहां मंगलवार को एक्यूआई 268 दर्ज किया गया। सेक्टर-30 का स्तर 230 तक पहुंचा, जो स्पष्ट तौर पर हवा की गुणवत्ता में गिरावट का संकेत है। दिवाली की दोपहर में ही बल्लभगढ़ में एक्यूआई 300 के पार चला गया था, जबकि एनआईटी का स्तर रात तक 218 से बढ़कर 241 हो गया।

दिल्ली-एनसीआर में बिगड़ते हालात को देखते हुए ग्रैप (GRAP) का दूसरा चरण लागू किया जा चुका है, लेकिन फरीदाबाद में इसके असर सीमित दिखे। शहरवासियों ने सोमवार सुबह से ही जमकर पटाखे फोड़े, जिससे पूरे क्षेत्र में धुएं की चादर सी छा गई और विजिबिलिटी भी प्रभावित हुई।

प्रदूषण बढ़ने के साथ-साथ स्वास्थ्य समस्याएं भी सामने आने लगी हैं। कई लोगों ने आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में कठिनाई जैसी शिकायतें दर्ज कराईं। चिकित्सकों का कहना है कि प्रदूषण के मौजूदा स्तर पर विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा के मरीजों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।



