फरीदाबाद में मंझावली यमुना पुल के पास बने अंडरपास की दीवारें बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त हो गई थीं, लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी मरम्मत का काम शुरू नहीं हुआ है। दीवारों के टूटे हिस्से अब राहगीरों और किसानों के लिए खतरे का कारण बने हुए हैं।

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि विभाग को इस समस्या की जानकारी देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। उनका आरोप है कि लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारी और ठेकेदार आपसी मिलीभगत से डिफेक्ट लाइबिलिटी पीरियड (चार वर्ष की अवधि) खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि बाद में जिम्मेदारी से बचा जा सके।

अंडरपास की क्षतिग्रस्त दीवारों की वजह से किसानों को अपने खेतों तक आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार वाहन और ट्रैक्टर चालकों को टूटी दीवारों के कारण जोखिम उठाना पड़ता है।

इस बीच, लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रकाश लाल ने बताया कि बाढ़ के दौरान हुई क्षति का सर्वेक्षण पूरा कर लिया गया है। मरम्मत कार्य के लिए ठेकेदार को निर्देश जारी किए जा चुके हैं, और जल्द ही मरम्मत शुरू कर दी जाएगी।



