जिले में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। बल्लभगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 319 दर्ज किया गया, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। वहीं, फरीदाबाद शहर का एक्यूआई 167 रहा, जिसे “मध्यम” श्रेणी में रखा गया है।

हालांकि, स्थानीय निवासियों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं का कहना है कि जमीनी हालात प्रशासनिक रिपोर्टों से कहीं अधिक गंभीर हैं। लोगों के अनुसार, शाम और रात के वक्त हवा में धुंध, धुएं और बदबू इतनी बढ़ जाती है कि सांस लेना मुश्किल हो जाता है।

जानकारी के मुताबिक, फरीदाबाद में प्रदूषण स्तर पर नजर रखने के लिए चार स्थायी एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित हैं, लेकिन इस समय केवल एक ही स्टेशन काम कर रहा है। बाकी तीन स्टेशन तकनीकी खराबी के कारण बंद पड़े हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन स्टेशनों के निष्क्रिय रहने से शहर की असली वायु गुणवत्ता का सटीक आकलन नहीं हो पा रहा।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन केवल रिपोर्ट तैयार करने तक सीमित है, जबकि धरातल पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे। प्रदूषण नियंत्रण के तमाम दावे फिलहाल हवा में उड़ते दिखाई दे रहे हैं।



