हरियाणा के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए अब मिड-डे मील का स्वाद और पौष्टिकता दोनों बढ़ने जा रही है। राज्य के शिक्षा विभाग ने हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पंचकूला) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत विद्यार्थियों को सप्ताह में एक दिन इंस्टेंट खीर और एक दिन पिन्नी परोसी जाएगी।

इस पहल का उद्देश्य बच्चों के पोषण स्तर, स्वास्थ्य और रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार लाना है। फिलहाल केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत नूंह और भिवानी जिलों के स्कूलों में पिन्नी वितरण की व्यवस्था पहले से चल रही है।

शुरुआती चरण में वीटा कंपनी को 90 दिनों के लिए पिन्नी की आपूर्ति की जिम्मेदारी दी गई है। इसके बाद स्कूल अपनी आवश्यकता के अनुसार हरियाणा एग्रो को मांग भेजेंगे, ताकि वितरण में कोई बाधा न आए।

मौलिक शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि यह व्यवस्था 1 नवंबर 2025 से 31 मार्च 2026 तक लागू रहेगी। खीर और पिन्नी की आपूर्ति का पूरा प्रबंधन हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन संभालेगा।
इसके साथ ही, विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिस दिन विद्यार्थियों को दूध दिया जाएगा, उसी दिन उन्हें आयरन फॉलिक एसिड (IFA) टैबलेट भी वितरित की जाएगी, ताकि बच्चों का समग्र पोषण सुनिश्चित किया जा सके।



