हरियाणा के ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण के साथ ही शहर में बस परिवहन व्यवस्था को भी सुदृढ़ करने की तैयारी शुरू हो गई है। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) सेक्टर-10 बस डिपो में प्रस्तावित बस टर्मिनल परियोजना को सिरे चढ़ाने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। प्राधिकरण जल्द ही इसके निर्माण के लिए टेंडर जारी करने जा रहा है।

यह दो मंजिला बस टर्मिनल सेक्टर-10 मेट्रो स्टेशन से स्काईवॉक के जरिए जुड़ा होगा। इससे मेट्रो यात्रियों को सीधे बस सेवा की सुविधा मिल सकेगी। जीएमडीए ने बस टर्मिनल की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली है। परियोजना पर करीब 30 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।
टर्मिनल के बेसमेंट में वाहनों के लिए अंडरग्राउंड पार्किंग की व्यवस्था होगी। इसके अलावा ऑटो रिक्शा और नॉन-मोटर व्हीकल्स के लिए अलग से पार्किंग स्पेस भी बनाया जाएगा। जीएमडीए की प्रवक्ता ने बताया कि सेक्टर-10 बस टर्मिनल योजना पर तेजी से काम चल रहा है, और जल्द ही निर्माण प्रक्रिया के लिए टेंडर जारी किया जाएगा।

फिलहाल शहर में गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन सिटी बस लिमिटेड (GMCBL) द्वारा सिटी बस सेवा संचालित की जा रही है। वर्तमान में GMCBL की लगभग 150 बसें शहर में चल रही हैं। पीएम ई-बस सेवा योजना के तहत जल्द ही 200 इलेक्ट्रिक बसें भी बेड़े में शामिल की जाएंगी।

इधर, ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो परियोजना के तहत मिलेनियम सिटी सेंटर से सेक्टर-9 तक मेट्रो निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। सेक्टर-10 मेट्रो स्टेशन और प्रस्तावित बस टर्मिनल के तैयार हो जाने से यात्रियों को मेट्रो से बस तक निर्बाध कनेक्टिविटी मिलेगी, जिससे सार्वजनिक परिवहन और सुगम होने की उम्मीद है।



