फरीदाबाद के मोहना क्षेत्र के निवासी इन दिनों लगातार धूल और प्रदूषण से परेशान हैं। केएमपी एक्सप्रेसवे के अंडरपास के पास ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य के चलते आसपास का इलाका धूल के गुबार में घिरा रहता है, जिससे वहां से गुजरना मुश्किल हो गया है।

स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, निर्माण स्थल के पास लगातार भारी वाहन जैसे डंपर, ट्रैक्टर और ट्रक आते-जाते हैं, जिनसे सड़क किनारे जमा मिट्टी उड़कर हवा में फैल जाती है। लेकिन निर्माण एजेंसी की लापरवाही के कारण न तो पानी का छिड़काव किया जा रहा है और न ही प्रदूषण रोकने के किसी उपाय को अपनाया जा रहा है।

गांव मोहना के निवासी वीरेंद्र अत्री ने बताया, अंडरपास के दोनों ओर हर समय इतनी धूल उड़ती रहती है कि पैदल चलना या दोपहिया वाहन से गुजरना बेहद कठिन हो गया है। आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में दिक्कत आम हो गई है।”

स्थानीय लोगों का कहना है कि सुबह और शाम के समय जब वाहनों की आवाजाही बढ़ती है, धूल का गुबार पूरे क्षेत्र में फैल जाता है। यह प्रदूषण मोहना के साथ-साथ दयालपुर और छायंसा जैसे आस-पास के गांवों तक भी पहुँच रहा है।

ग्रामीणों ने कई बार संबंधित अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने जिला प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मांग की है कि निर्माण कंपनी को नियमित पानी का छिड़काव करने और प्रदूषण नियंत्रण मानकों का पालन करने के निर्देश दिए जाएं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस तरह की धूलभरी हवा लंबे समय तक रहने पर सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। स्थानीय लोगों ने कहा कि यदि स्थिति में जल्द सुधार नहीं किया गया, तो वे निर्माण स्थल के बाहर धरना देने पर मजबूर होंगे। फिलहाल मोहना अंडरपास के आसपास का इलाका धूल और प्रदूषण की चपेट में है, जिससे लोगों का सामान्य जीवन प्रभावित हो रहा है।



