हरियाणा के गुरुग्राम नगर निगम ने पानी और सीवर शुल्क के बड़े बकायेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है। निगम के रिकॉर्ड के अनुसार, शहर के 17,000 से अधिक उपभोक्ताओं पर लगभग 180 करोड़ रुपये से ज़्यादा का बकाया है।

निगम ने अब इन डिफॉल्टर उपभोक्ताओं के पानी और सीवर कनेक्शन काटने का फैसला किया है। इसके लिए सभी डिवीज़नों के जूनियर इंजीनियरों (JE) को वार्डवार डिफॉल्टरों की सूची सौंप दी गई है। अब प्रत्येक जेई संबंधित उपभोक्ताओं को तीन दिन की मोहलत देंगे ताकि वे बकाया राशि जमा करा सकें। तय समय में भुगतान न होने पर संबंधित संपत्तियों के पानी और सीवर कनेक्शन काट दिए जाएंगे।

गुरुग्राम में इस समय पानी और सीवर के कुल 1.87 लाख कनेक्शन हैं, लेकिन इनमें से केवल 30,000 उपभोक्ताओं ने ही पानी के मीटर लगवाए हैं। मीटरों की कमी के कारण पानी की वास्तविक खपत का सही अनुमान नहीं लग पाता, जिससे निगम को राजस्व का भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है।

अधिकारियों के अनुसार, बिना मीटर के उपभोक्ता अक्सर तय दर से कम बिल भरते हैं, जिससे न केवल राजस्व में गिरावट आ रही है, बल्कि पानी की बर्बादी भी बढ़ रही है। निगम अब ऐसे उपभोक्ताओं को मीटर लगवाने के लिए भी नोटिस जारी करने की तैयारी कर रहा है।



