दयालपुर से मोहना को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा हाल ही में किए गए पेचवर्क रिपेयर कार्य को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। लोगों का कहना है कि विभाग ने सड़क की हालत सुधारने के नाम पर केवल खानापूर्ति की है।

कुछ दिन पहले सड़क के छोटे-छोटे गड्ढों को भरकर मरम्मत की गई थी, जिससे राहगीरों को अस्थायी राहत तो मिली, लेकिन अब अधिकांश जगहों पर सड़क दोबारा उखड़ने लगी है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जहां सड़क थोड़ी क्षतिग्रस्त थी, वहां तारकोल डालकर मरम्मत कर दी गई, जबकि जिन हिस्सों पर सड़क पूरी तरह टूट चुकी थी, वहां कोई काम नहीं किया गया।
ग्रामीणों के मुताबिक, पनहेड़ा खुर्द, हीरापुर और मोहना के बीच का हिस्सा इस समय सबसे ज्यादा जर्जर है। बड़े-बड़े गड्ढों और उखड़ी सड़क के कारण वाहनों का गुजरना मुश्किल हो गया है।

राहगीर ने बताया कि पीडब्ल्यूडी ने सिर्फ औपचारिकता निभाई है। जहां सड़क पूरी तरह टूट चुकी है, वहां कोई काम नहीं हुआ। अगर ऐसा ही हाल रहा तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है,पनहेड़ा से हीरापुर के बीच सड़क की हालत बेहद खराब है। रोजाना यहां सैकड़ों वाहन गुजरते हैं और कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं, फिर भी विभाग ने केवल पेचवर्क कर मामला खत्म कर दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि इस मार्ग से आसपास के सैकड़ों गांवों के किसान अपने खेतों और बाजारों तक आते-जाते हैं। टूटी सड़क के कारण उनके ट्रैक्टर और वाहनों को नुकसान हो रहा है। बारिश के दौरान सड़क पर कीचड़ और पानी भरने से आवाजाही पूरी तरह बाधित हो जाती है।

लोगों का कहना है कि विभाग हर बार मरम्मत का आश्वासन देता है, लेकिन जमीनी स्तर पर स्थिति जस की तस बनी रहती है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से सड़क की वास्तविक जांच कराने और गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करने की मांग की है ताकि भविष्य में हादसे टाले जा सकें।
इस मामले में पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन प्रकाश लाल ने बताया कि अगर ऐसा कोई मामला सामने आया है तो विभाग इसे गंभीरता से लेगा। उन्होंने कहा, “जहां भी सड़क की हालत खराब है, वहां निरीक्षण कर जल्द मरम्मत कार्य शुरू कराया जाएगा।”



