फरीदाबाद के मंझावली यमुना पुल के नीचे बने अंडरपास की दीवारें खतरे का संकेत दे रही हैं। हाल ही में आई बाढ़ के दौरान दीवार में आई दरार अब इतनी बढ़ गई है कि पूरी संरचना गिरने के मुहाने पर पहुंच चुकी है। एक ओर की दीवार पहले ही टूट चुकी है, जबकि दूसरी ओर की दीवार में लगातार दरारें बढ़ रही हैं।

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पुल और अंडरपास का निर्माण कार्य पूरे हुए अभी एक साल भी नहीं हुआ है। निर्माण की वारंटी अवधि के दौरान रखरखाव की जिम्मेदारी ठेकेदार की होती है, फिर भी अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन ने समय रहते मरम्मत का दबाव नहीं बनाया, तो चार साल की वारंटी यूं ही समाप्त हो जाएगी और खर्च का सारा बोझ सरकारी खजाने पर आ जाएगा। अंडरपास बंद होने के कारण किसानों को खेतों तक पहुंचने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह रास्ता उनके लिए मुख्य आवागमन मार्ग है, जिससे खेती से जुड़ी गतिविधियां भी प्रभावित हो रही हैं।

गांव वालों ने प्रशासन से तत्काल मरम्मत कार्य शुरू करने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे विरोध प्रदर्शन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे।



