फरीदाबाद शहर के सीवरेज सिस्टम को अधिक मजबूत और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण ने एक अहम कदम उठाया है। प्राधिकरण ने मास्टर सीवरेज स्कीम के तहत बनाए जा रहे 45 एमएलडी बादशाहपुर और 20 एमएलडी मिर्जापुर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की गुणवत्ता और डिजाइन की जांच के लिए थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन एजेंसी नियुक्त करने का निर्णय लिया है।

एफएमडीए की यह मास्टर सीवरेज योजना वर्ष 2031 की अनुमानित आबादी को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। योजना के तहत पूरे शहर की सीवरेज और पेयजल प्रणाली को आधुनिक और टिकाऊ बनाया जाएगा। करीब 750 करोड़ रुपये की लागत से इन परियोजनाओं को तैयार किया जा रहा है।
फरीदाबाद के 34,368 हेक्टेयर शहरी क्षेत्र में वर्ष 2031 तक 39.5 लाख आबादी रहने का अनुमान है। इस भविष्य की जरूरत को देखते हुए एफएमडीए ने बादशाहपुर और मिर्जापुर में अत्याधुनिक एसटीपी निर्माण का कार्य शुरू किया है।

प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, नियुक्त की जा रही एजेंसी एसटीपी के डिजाइन की समीक्षा करेगी ताकि यह अंतरराष्ट्रीय तकनीकी मानकों के अनुरूप हो। इसके साथ ही निर्माण में उपयोग होने वाले सीमेंट, स्टील, मशीनरी और अन्य सामग्रियों की गुणवत्ता की भी जांच की जाएगी।

हर चरण की मॉनिटरिंग रिपोर्ट सीधे एफएमडीए को सौंपी जाएगी, ताकि काम समय पर और निर्धारित गुणवत्ता के साथ पूरा हो सके। परियोजना के शुरू होने के बाद एसटीपी की कार्यक्षमता और शुद्धिकरण क्षमता की भी समीक्षा की जाएगी।

एफएमडीए अधिकारियों का कहना है कि यह पहल फरीदाबाद के पर्यावरण संरक्षण और जनस्वास्थ्य के लिए एक बड़ा कदम है। उन्होंने बताया, “हमने यह सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है कि सीवरेज इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में गति और गुणवत्ता दोनों पर समान रूप से निगरानी रखी जाए। इसके लिए एक निष्पक्ष और पेशेवर एजेंसी की नियुक्ति की जा रही है।”



