फरीदाबाद जिले में ग्रैप-3 लागू होने के बावजूद निर्माण कार्य बेधड़क जारी है। कई इलाकों में सड़क किनारे सामग्री खुले में पड़ी दिखी और आते-जाते वाहनों से धूल उड़ती रही। इसके बीच मंगलवार को जिले के प्रदूषण स्तर में अचानक आई गिरावट ने लोगों को चौंका दिया है।

सोमवार को बल्लभगढ़ में एक्यूआई 203 और फरीदाबाद में 247 दर्ज किया गया था, लेकिन मंगलवार को बल्लभगढ़ का स्तर गिरकर 110 पर आ गया, जबकि फरीदाबाद का एक्यूआई 212 दर्ज किया गया। यही वजह है कि लोग वायु गुणवत्ता मापने वाली मशीनों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि जब निर्माण गतिविधियां और प्रदूषण के अन्य स्रोत पहले की तरह चालू हैं, तो एक दिन में इतना बड़ा फर्क कैसे आ सकता है।

मंगलवार को जवाहर कॉलोनी, सारन, और मेवला महाराजपुर स्थित आरोग्य मंदिर के पास कई जगह बिना रोक-टोक निर्माण कार्य चलता मिला। निर्माण सामग्री सड़क पर ही पड़ी थी। सेक्टर-21 में बन रही एक बड़ी इमारत का काम भी तेज़ी से जारी मिला। मौके पर मौजूद कारीगरों ने बताया कि कई दिनों से काम इसी तरह चल रहा है। सेक्टर-16A सहित अन्य इलाकों में भी निर्माण जारी है।

वहीं एनआईटी मार्केट में जगह-जगह तंदूर जलते दिखाई दिए। ग्रैप नियमों के तहत निर्माण सामग्री को खुले में रखने और धूल फैलाने पर सख्त रोक है। हालात को देखते हुए लोग यह समझ नहीं पा रहे कि जब प्रदूषण के स्रोत कम नहीं हुए, तो एक्यूआई में इतनी बड़ी गिरावट कैसे दर्ज हो गई। इसी वजह से वायु गुणवत्ता मापने वाली मशीनों की सटीकता पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।



