फरीदाबाद के नरियाला से जवा की दिशा में जाने वाली मार्केट कमेटी की प्रमुख सड़क इस समय गड्ढों में बदलकर खस्ताहाल हो चुकी है। रोजाना इसी मार्ग से स्कूल जाने वाले बच्चों, ग्रामीणों और अन्य वाहन चालकों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क की स्थिति इतनी खराब है कि मामूली सफर भी जोखिम भरा हो गया है, और दुर्घटनाओं की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि करीब ढाई साल पहले बनाई गई यह सड़क इतनी जल्दी टूट जाएगी, इसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जेवर एक्सप्रेसवे के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली मिट्टी ढोने वाले भारी-भरकम डंपर इस रास्ते से लगातार गुजरते रहे, जिससे सड़क की मजबूत परत टूटकर बड़ी-बड़ी खाइयों में बदल गई। दोपहिया चालकों के लिए तो यह मार्ग अब बेहद खतरनाक साबित हो रहा है।

सड़क के दोनों ओर चल रहे ईंट भट्ठों से निकलने वाली ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉलियों ने भी हालात और बिगाड़ दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि भारी वाहनों के दबाव ने कुछ ही समय में सड़क की पूरी संरचना को खत्म कर दिया।

सरपंच प्रतिनिधि रामकुमार शर्मा ने बताया कि यह मार्ग भारी वाहनों के लिए डिजाइन ही नहीं किया गया था, इसलिए ओवरलोड डंपरों और ट्रॉलियों की वजह से समय से पहले टूट गया। उधर, मार्केट कमेटी के एसडीओ देवेंद्र ने स्वीकार किया कि जेवर एक्सप्रेसवे से जुड़े वाहनों की आवाजाही ने सड़क को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया है। उनके अनुसार, करीब एक साल पहले ही इस सड़क की मरम्मत और पुनर्निर्माण के लिए एनएचएआई को औपचारिक पत्र भेज दिया गया था, लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।

एसडीओ ने कहा कि विभाग जल्द ही दोबारा रिमाइंडर भेजेगा, और यदि इसके बाद भी कार्रवाई नहीं होती है, तो संबंधित एजेंसी के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाएगी।



