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फरीदाबाद के 37% अभिभावक, विद्यार्थी और अध्यापक स्कूल खोलने पर सहमत नहीं

फरीदाबाद: हर दिन कोविड-19 के कुछ ना कुछ केस तो सामने आ ही रहे हैं। देशभर में कोविड-19 की अनलॉक प्रक्रिया शुरू हो गई है।

फरीदाबाद में कुछ ऑफिस खुल चुके हैं, कुछ लोग बाहर काम पर जा रहे हैं। लेकिन ऐसे में बच्चों के स्कूल और कॉलेज खोलने का निर्णय असमंजस में हैं।

फरीदाबाद के 37% अभिभावक, विद्यार्थी और अध्यापक स्कूल खोलने पर सहमत नहीं

इसी बीच हरियाणा में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्कूल खोलने या न खोलने पर ऑनलाइन सर्वे करवाया।इस सर्वे में फरीदाबाद के 37% अभिभावक, विद्यार्थी और अध्यापक स्कूल खोलने पर अपनी असहमति जताई। जिससे यह बात साफ जाहिर होती है कि बच्चे अभिभावक और शिक्षक स्कूल खोलने पर खुश नहीं है।तो यह जानते हैं इस ऑनलाइन सर्वे के बारे में।

  1. मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा स्कूल खुलने या ना खुलने पर कराए गए इस ऑनलाइन सर्वे में 50.1 फीसदी शहरी और 49.9 फीसदी ग्रामीण क्षेत्रों से प्रतिक्रिया आई।
  2. यहां गौर करने की बात है कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों से आई हुई प्रतिक्रिया लगभग बराबर है जो कि एक अच्छी बात है।
  3. यहां आपको बता दें कि इस ऑनलाइन सर्वे में 155737 लोगों ने अपनी भागीदारी दिखाई।

इस सर्वे में क्या थी फरीदाबाद के लोगों की प्रतिक्रिया?

  1. स्कूल खोलने या ना खुलने पर कराए गए ऑनलाइन सर्वे में स्मार्ट सिटी फरीदाबाद की ओर से
    7963 लोग प्रतिभागी बने।
  2. इनमें से 33 फीसदी ने बोर्ड कक्षाओं के लिए अगस्त माह से स्कूल खोलने की मंजूरी दी, जबकि 37 फीसदी ने बाद में ही स्कूल खोलने पर सहमति जताई।
  3. जबकि दूसरी ओर 23 प्रतिशत लोगों ने 9वीं से 11वीं कक्षा के लिए स्कूल अगस्त में ही खोलने पर अपनी सहमति दी। लेकिन 37% लोग ऐसे थे जो चाहते थे कि 9 वी से 11 वीं की कक्षाएं बाद में खोली जाए।

ऑनलाइन सर्वे में गुरुग्राम की की भागीदारी रही सबसे ज्यादा

  1. इस सर्वे में हरियाणा के 22 जिलों में से सबसे अधिक सक्रियता के साथ गुरुग्राम के 20581लोगों ने अपनी भागीदारी दिखाई।
  2. इन लोगों में से केवल 20% लोग ऐसे हैं जिनके अनुसार अगस्त से दसवीं और बारहवीं की बोर्ड की परीक्षा के लिए स्कूल कल आ जाना ठीक रहेगा। लेकिन इस मत पर लगभग आधे लोगों ने स्कूल बाद में खुलने पर जोड़ दिया।

इसके अलावा पलवल से 3615 और नूह से 2774 लोगों ने इस समस्या पर प्रतिक्रिया दी। बाकी जिलों के मुकाबले पलवल में इस विषय पर अभिभावकों ने अपनी अलग ही प्रतिक्रिया दी।

पलवल जिले में बोर्ड कक्षाओं के लिए अगस्त में स्कूल खोले जाने के पक्ष में 54% लोग रहे जबकि बाद में स्कूल खोलने के लिए 19% ही रहे। तो यह थी स्कूल खोले या ना खोले जाने पर हरियाणा के विभिन्न जिलों में की गई ऑनलाइन सर्वे की प्रतिक्रिया।

इस ऑनलाइन सर्वे की प्रक्रिया को देखने के बाद फरीदाबाद के शिक्षा जिला अधिकारी ने कहा कि इस सर्वे में अधिकतर लोग कोविड-19 की गंभीर स्थिति को देखते हुए स्कूल ना खोले जाने के पक्ष में है। जिसका साफ मतलब यह है कि वह अपने बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर काफी चिंतित है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस दिशा में फैसला लिया जाएगा। निदेशालय के निर्देशों पर कार्रवाई की जाएगी।

क्या आप भी अगस्त से स्कूल खोले जाने पर सहमत? या दूसरे अभिभावकों की तरह ही आप चाहते हैं कि फिलहाल बच्चों की सुरक्षा और उनके स्वास्थ्य पर ध्यान देते हुए स्कूल बाद में खुले जाएं? अपनी राय कमेंट करके बताइए।

Written by- Vikas Singh

Avinash Kumar Singh

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