Categories: Uncategorized

इन 4 लोगों को भूलकर भी न दें अपना पैसा, जानिये इस सम्बंध में क्या कहती है विदुर नीति

अगर आप विदुर नीति अपनाएंगे तो अपने जीवन को सरल बना पाएंगे, जी हां ऐसा मुमकिन है। जीवन में हर किसी के अपने उसूल, अपने नियम, अपने कायदे-कानून होते हैं। कई लोगों की पॉलिसी ऐसी होती है जिससे उनका जीवन बेहद सरल बन जाता है और कुछ लोगों का जीवन उनकी खुदकी वजह से ही बेहद कठिनाइयों में चला जाता है।

आपने चाणक्य नीति के बारे में भी सुना होगा। कई बार लोग चाणक्य नीति को भी अपने जीवन में उतारने की कोशिश करते हैं लेकिन कामयाब नहीं हो पाते हैं, क्योंकि इन्हें समझने और इनपर अमल करने के लिए हमें कुछ प्रण लेने होते हैं।

इन 4 लोगों को भूलकर भी न दें अपना पैसा, जानिये इस सम्बंध में क्या कहती है विदुर नीति

कुछ समझोते करने होते हैं, लेकिन आम इंसान के लिए ये सब मुमकिन सा नहीं लगता है। खैर बतादें कि विदुर नीति में जीवन के तमाम पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई है और बताया गया है कि किसी भी शख़्स को तरक्की और आगे बढ़ने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

आपको बता दें कि विदुर महाभारत काल के तमाम महत्वपूर्ण पात्रों में से एक थे। वे धृतराष्ट्र के छोटे भाई थे। उन्हें हस्तिनापुर के हित में तमाम महत्वपूर्ण फैसले देने के लिए भी जाना जाता है। विदुर नीति में सामान्य लोक व्यवहार में धन के लेन देन को लेकर भी महत्वपूर्ण सुझाव दिये गए हैं।

इसके मुताबिक बिना सोचे-समझे किसी के भी हाथ में धन नहीं देना चाहिए। ऐसा करने से वह धन निश्चित तौर पर बर्बाद ही होगा। विदुर नीति में कहा गया है कि इन 4 लोगों को कभी धन-संपत्ति नहीं देनी चाहिए, कौन हैं यो चार तरह के लोग बताते हैं आपको।

विदुर अपनी नीति में कहते हैं कि स्त्री को कभी भी धन नहीं देना चाहिए। स्त्री को जिस भी वस्तु या सेवा की जरूरत है उसे वह पुरुष लाकर दे। स्त्री के हाथ में धन देने से वह बर्बाद हो जाता है। वे कहते हैं कि जिस व्यक्ति में आलस भरा हो उसे कभी धन नहीं देना चाहिए।

विदुर कहते हैं कि आलस से भरे व्यक्ति को धन-संपत्ति देने से धन हानि होती है। ऐसा व्यक्ति अपने आलस में सारा धन बर्बाद कर देता है। इसलिए भूल कर भी आलसी व्यक्ति को अपना धन ना दें। विदुर नीति में ऐसा कहा गया है कि जो व्यक्ति पतित यानी पापी हो उसे धन नहीं देना चाहिए।

क्योंकि जिस व्यक्ति को पाप करने में रुचि है ऐसा व्यक्ति सारा धन अपने पाप कर्मों में व्यर्थ कर देगा। इसलिए कभी भी ऐसे व्यक्ति को धन नहीं देना चाहिए। वरना धन की बर्बादी होना निश्चित है। इसके अलावा अधर्मी पुरुष को धन नहीं देना चाहिए।

जो पुरुष अपने कर्मों से नीच होता है वह सारा धन नीच कर्मों में लगा देता है। ऐसे व्यक्ति को धन देना पैसे को नाले में डालने के समान है। भूलकर भी नीच व्यक्ति को अपनी मेहनत का धन ना दें। तो कुल मिलाकर इस तरह के लोगों के पास धन होना नहीं चाहिए

अगर ऐसे लोगों के पास धन होता है तो वो लोग इसका बेजा इस्तेमाल करके धन को बर्बाद करने का काम करते हैं। बतादें इस तरह की कुछ बातें इसलिए अपने जीवन में अमल में लानी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से परिवर्तन आपको खुद-ब-खुद समझ आ जाएगा।

Avinash Kumar Singh

Recent Posts

ओम योग संस्थान ट्रस्ट ने हर्षोल्लास के साथ अपना अपना 26 वां वार्षिक उत्सव

ओम योग संस्थान ट्रस्ट, ओ३म् शिक्षा संस्कार सीनियर सेकेण्डरी स्कूल पाली , फ़रीदाबाद, हरियाणा, भारत…

4 weeks ago

एचिस्टा 2K24: संगीत, कला और प्रतियोगिता से भरपूर दूसरा दिन

ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, फरीदाबाद में आयोजित वार्षिक तकनीकी-सांस्कृतिक-खेल उत्सव, एचिस्टा 2K24 का दूसरा दिन…

1 month ago

एचिस्टा 2K24: ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में नवाचार, संस्कृति और रचनात्मकता का शानदार समापन

एचिस्टा 2K24 का भव्य समापन ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में हुआ, जो तीन दिनों की…

1 month ago

ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, फरीदाबाद का ECHIESTA 2K24 उद्घाटन समारोह: एक शानदार शुरुआत

फरीदाबाद के ऐशलॉन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में तीन दिवसीय "ECHIESTA  2K24" का आज उद्घाटन हुआ।…

1 month ago

IMT मेंं पांच दिन करेंगे सिहोर वाले प्रदीप मिश्रा भगवान शिव का गुणगान,सजा पंडाल

बल्लबगढ़ स्थित सेक्टर-66 आईएमटी फरीदाबाद में लगभग 80 एकड़ में होने वाली पांच दिवसीय शिव…

2 months ago

केंद्रीय विद्यालय संगठन ने आयोजित किया ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता

विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु दृढ़ संकल्प को मन,वचन व कर्म से निभाते हुए विभिन्न…

3 months ago