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कचरे से निपटने की कवायद में जुटे 17 गाँव हर घर से उठेगा कूड़ा

साफ सफाई का क्या महत्व होता है इसके बारे में नगर निगम से लेकर आमजन भी एक दूसरे को अभी प्रेरित करते हुए देखे जा सकते हैं। वहीं शिक्षा के अभाव में जहां ग्रामीण क्षेत्रों में अभी तक साफ सफाई की ओर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता था

अब उन ग्रामीण क्षेत्रों में भी कूड़े का निस्तारण नगर निगम द्वारा भली-भांति किया जा रहा है। यही कारण है कि अब स्वच्छता अभियान के पीछे पीछे 17 गांव भी स्वस्थ और स्वच्छ भारत मिशन में अपना बढ़-चढ़कर सहयोग दे रहे हैं।

कचरे से निपटने की कवायद में जुटे 17 गाँव हर घर से उठेगा कूड़ा

आपको बता दें कि अब जिले में 17 ऐसे गांव हो गए हैं, जिनमे घर-घर से कूड़ा उठना शुरू हो गया है। प्रशासन का प्रयास है कि अगले महीने तक सभी गांव में घर-घर से कूड़ा उठना शुरू हो जाए। इसके लिए सभी गांव के सरपंचों को अवगत करा दिया गया है।

उक्त गांवों में पूर्ण रूप से जोर पकड़ रहा है कूड़ा निस्तारण

तिलपत, खेड़ीकलां, टिकावली, फरीदपुर, नीमका, सदपुरा, फत्तुपुरा, भुआपुर, ताजुपुर, शाहबाद, भैंसरावली, नवादा तिगांव, मंझावली, लालपुर, भसकौला, सरूरपुर, दयालपुर से घर-घर से कूड़ा उठना शुरू है। भूपानी और तिलपत गांव में दो-तीन दिन में यह काम शुरू हो जाएगा।

बकौल स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के कार्यक्रम प्रबंधक उपेंद्र सिंह, जिले में कुल 116 ग्राम पंचायतें हैं। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत जिले के हर गांव से घर-घर से कूड़ा उठाने की योजना है।

इन गांव में ठोस एवं तरल कचरा यूनिट लगाने के लिए ग्राम पंचायतों को जिला प्रशासन की ओर से बजट जारी कर दिया गया है। गांव में इधर-उधर पड़ा रहता है कचरा

कूड़ा उठान के अभाव में ग्रामीण वासी खाली प्लॉट को बना देते थे जंपिंग जॉन

इस पूरे प्रकरण के बाद मिर्जा गांव की के सरपंच महिपाल आर्य ने कहा कि अधिकतर गांव में कचरे का निपटारा बड़ी समस्या है। खाली प्लॉट या सरकारी जगह पर कचरा डालना शुरू कर दिया जाता है। इससे गांव स्वच्छ नहीं रह पाते।

यही कारण है कि सरकार ने सभी गांव में कचरे के सदुपयोग के लिए ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन यूनिट लगाने की योजना बनाई है। इससे ग्राम पंचायतों की आमदनी भी होगी। गांव में घर-घर से कूड़ा उठ रहा है।

ग्रामीण भी खुश हैं। हर घर से 40-40 रुपये लिए जाते हैं। रोजाना कूड़ा उठाने वाली गाड़ी हर घर के सामने पहुंचती है। कचरे की छंटाई भी हो रही है। धीरे-धीरे गांव बिल्कुल स्वच्छ हो जाएगा।

वहीं अतिरिक्त आयुक्त सतवीर मान ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत हर गांवों में घर-घर से कूड़ा उठाया जाना है। इससे कचरे का सदुपयोग हो सकेगा और पंचायतों की आमदनी भी होगी। सभी के प्रयास से ही गांव स्वच्छ हो सकेंगे।

Avinash Kumar Singh

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