इस भारतीय जनजाति में गोरा बच्चा पैदा होने पर दी जाती है मौत की सजा :- आज आपको एक खबर बताने जा रहे है जिसे जानकर आप चौक जाएंगे कि ऐसा भी कही होता होगा। जब किसी के घर में बच्चे जन्म होने वाला होता है तो घर में खुशी का माहौल होता है। कभी किसी के जहन में ये नहीं आता कि बच्चा कैसा होगा बस जो भी होगा स्वस्थ हो।
फिर भी कही जगह ऐसा भी है जहां बच्चे गोरे होने की कामना करते है जिसके के लिए गर्भवती महिला को खूब खिलाया पिलाया जाता है। आम तौर पर देखा होगा कि गौरे और काले लोगों के बीच भेदभाव देखा जाता है लेकिन असल में ऐसा नहीं करना चाहिए।
बच्चे तो भगवान की देन होते है। लेकिन क्या ऐसा आपने सुना है कि गोरा बच्चा होने मार दिया जाता हो। जी हां ऐसा एक जनजाति जहां गोरे बच्चे के जन्म होने पर ऐसा काम करते है जिससे कि आपकी रूह कांप जाए।
चलिए आपको बता दे कि यह जनजाति अडंमान में है जहां इन लोगों का यही मानना है कि अगर बच्चा थोड़ा गोरा होगा तो वह उस प्रजाति के लोगो से अलग होगा जिससे वह अपने आप को उस समाज से पृथक समझेगा। वहां की यह जनजाति गर्भवती महिलाओं को जानवारों का खुन भी पिलाते है ताकि बच्चे का रंग काला हो।
हम जिस जनजाति के बारे में बात कर रहे हैं उसे जारवा जनजाति कहते हैं। इसी कारण से यहां यह परंपरागत रुप से चल रहा है। मिली खबर के अनुसार हमें यह पता चला है कि जब भी इस जनजाति में कोई बच्चा अगर गोरा हुआ तो उसे जान से मार दिया जाता है वो भी बस इसलिए क्योंकि वह दुसरों से अलग दिखता है।
दरअसल इनका ये मानना है कि पैदा होने वाला नवजात बच्चा काला होना चाहिए, तभी वो इस जनजाति के साथ घुल-मिल सकता है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो बच्चा हमारे समाज में रहने लायक नहीं है।