हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने देशभर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की विधिवत रूप से शुरुआत करने का स्वागत करते हुए कहा कि हरियाणा ने नई शिक्षा नीति लागू करने के लिए सबसे पहले चंडीगढ़ में शिक्षाविदों की चार दिवसीय डिजिटल कॉन्कलेव का आयोजन किया था ।
उन्होंने कहा कि हरियाणा नई शिक्षा नीति को लागू करने वाला देश का पहला राज्य होगा। केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी कोविड-19 के दिशानिर्देशों की अनुपालना करते हुए राज्य में 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं के लिए स्कूल खोलने की अनुमति दी गई है।
इसके अलावा, उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा स्नातक प्रथम वर्ष के ऑनलाइन दाखिले की प्रक्रिया की शुरुआत की जा चुकी गई है तथा शीघ्र ही महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय भी खोले जाएंगे।
शिक्षा मंत्री ने हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो0 बृज किशोर कुठियाला का भी विशेष आभार व्यक्त किया है जिनके मार्गदर्शन में शिक्षाविदों के कॉन्कलेव का आयोजन किया गया था और महत्वपूर्ण सुझावों को संकलित कर शिक्षा नीति लागू करने में समायोजित किया गया था।
उन्होंने कहा कि परिषद द्वारा कल एक बार फिर आत्मनिर्भर हरियाणा संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल भी अपना सम्बोधन देंगे । यह संगोष्ठी कृषि, उद्योग, व्यापार एवं शिक्षा पर आधारित है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी के नए भारत की नींव तैयार करने वाली है। यह नीति 34 वर्षों के बाद घोषित हुई है। इस नीति की विशेषता स्कूली शिक्षा में भी आमूल-चूल परिवर्तन लाना है, जिसमें तीन बिन्दुओं पर फोकस किया गया है ।
इन बिंदुओं में, किसी कारणवश शिक्षा बीच में छूट जाती है तो उसमें निरंतरता बनाना, प्री-स्कूल अवधारणा से शिशु शिक्षा पर जोर तथा शिक्षा के स्तर को वैश्विक स्तर पर ले जाना।