सरकार की मदद से? तीन साल में दस लाख से 2956 करोड़ की कैसे बनी यह कंपनी, जांच होगी ?

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    भारत में लगातार कोरोना अपने पैर मजबूती से पसार रहा है। किसी भी उद्योगपति का यह सपना होता है कि 3 सालों में उसी कंपनी करोड़ो में खेले। पहचान फरीदाबाद जिस मामले की जानकारी आपको दे रहा है वह है फ्यूचर मेकर लाइफ केयर प्राइवेट लिमिटेड आखिर कैसे केवल तीन वर्षों में 10 लाख से 2956 करोड़ की कंपनी बन गई इस बात की जांच बेहद जरूरी है। उच्च न्यायालय ने यह बात इस कंपनी की प्रमोटर के पति की जमानत याचिका खारिज करते हुए कही।

    पैसे की वर्षा किसी को बुरी नहीं लगती लेकिन इस कंपनी ने तो सभी हदों को पार कर दिया है। इस मामले पर याचिका दाखिल करते हुए मुकेश तंवर ने कहा कि उस पर 8 सितंबर 2018 को एफआईआर दर्ज करते हुए लोगों के पैसे हड़पने वाली कंपनी के साथ आरोपी बनाया गया था।

    सरकार की मदद से? तीन साल में दस लाख से 2956 करोड़ की कैसे बनी यह कंपनी, जांच होगी ?

    पैसा हड़पने की वारदातें कोई नई नहीं है बल्कि लगातार ऐसे मामले सामने आते रहते हैं। मुकेश ने कहा है कि वह खुद इस मामले में ठगी का शिकार हुआ है और पुलिस उसे आरोपी बना रही है। इस मामले में सरकार की ओर से न्यायालय को बताया गया कि कंपनी के 14 चीफ प्रमोटर हैं और 100 मेन प्रमोटर हैं।

    सरकार की मदद से? तीन साल में दस लाख से 2956 करोड़ की कैसे बनी यह कंपनी, जांच होगी ?

    जितने भी ऐसे मामले होते हैं, उनमें सरकारों का हाथ होने की आशंका होती है। इस कंपनी के मेन प्रमोटरों में से एक की पत्नी है। उनके नाम कंपनी के खाते से तक़रीबन 4 करोड़ रुपये ट्रांसफर हुए हैं। कंपनी रोजाना हिसार से करीब 10 करोड़ और पूरे देश से 40 करोड़ का निवेश ले रही थी। कंपनी के पास न तो अपना कोई प्रोडक्ट था और न ही कोई मैन्युफैक्चिरंग यूनिट।

    सरकार की मदद से? तीन साल में दस लाख से 2956 करोड़ की कैसे बनी यह कंपनी, जांच होगी ?

    हरियाणा ही नहीं बल्कि भारत के तमाम राज्यों से ऐसी ख़बरें आपको सुन ने को मिल जाएंगी। ऐसा कहा जा रहा है कि यह सब फर्जीवाड़ा किया जा रहा था। न्यायालय को बताया गया कि कंपनी पर जीएसटी का 398 करोड़ रुपये बकाया है जिसका भुगतान नहीं किया गया है। कंपनी पर कुल 28 एफआईआर हैं जो हरियाणा, राजस्थान, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, झारखंड और महाराष्ट्र में दर्ज हैं।