- मुंबई की एक स्टार्ट-अप करेगी समाधान
वेटिंग लिस्ट होने पर अब यात्री ट्रेन की जगह फ्लाइट में कर सकते है सफर :- सभी लोग रेल से यात्रा करना सुविधा मानते है लेकिन इस दौरान कई लोगों को टिकट को लेकर परेशानियां का सामना करना पड़ता हैं। देश में रेलवे से टिकट बुक करने के बाद लोगों को कन्फर्मेशन का इंतजार करना होता है।
टिकट वेटिंग लिस्ट और कन्फर्म नहीं होने की वजह से लोगों को लंबा इंतजार होता है। और जब टिकट कन्फर्म नहीं होता तक टिकट कैंसल भी करनी पड़ती है, जिसकी वजह से यात्रियों के सफर पर असर पड़ता है।
इसी के समाधान के लिए मुंबई की एक स्टार्ट-अप लेकर आई है। जिससे कि यात्रियों को सुविधा काफी सुविधा मिलेगा। जी हां रेलोफाई नाम की कंपनी भारत की पहली वेस्टलिस्ट और आरएसी प्रोटेक्शन सेवा लेकर आई है, जो भारत में वेटलिस्ट टिकट की समस्या से निपट रही है।
सेवा का उद्देश्य प्रतीक्षा सूची में डाले जाने के बाद ट्रेनों से यात्रा करने वाले यात्रियों के सामने आने वाली समस्याओं से निपटना है। यात्रियों के लिए मुख्य रूप से ट्रेन सबसे पसंदीदा विकल्प होता है क्योंकि ट्रेन का टिकट उड़ानों की तुलना में कम महंगे होते हैं।
दुर्भाग्य से,कुछ अवसरों पर,प्रतीक्षा सूची में डाले जाने के बाद भी यात्रियों को अपना नाम यात्रा चार्ट में दिखाई नहीं देता है, तो उन्हें अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ती है। हालाँकि, Railofy ऐप का उपयोग करके या इसकी वेबसाइट पर जाकर कोई यात्री अपने टिकट के पीएनआर नंबर को दर्ज कर सकता है।
यात्री को एक शुल्क भी देना होगा, जो प्रत्येक यात्रा के अनुसार निर्धारित किया जाता है। इसके बाद, Railofay यात्री की प्रतीक्षा सूची के टिकटों को ट्रैक करेगा और अगर आखिरी मिनट तक यात्री का टिकट कन्फर्म नहीं होता है,तो ऐप यात्री को फ्लाइट टिकट प्रदान करेगा, वह भी ट्रेन के टिकट की कीमत पर।
वहीं फ्लाइट का टिकट महंगा होने की वजह से देश में बहुत से लोग ट्रेन यात्रा को सुविधाजनक और सस्ता समझते हैं। इसमें सबसे बड़ी समस्या कन्फर्म टिकट की उपलब्धता है। यह हर यात्रा के हिसाब से अलग-अलग तय किया गया है।
इसके बाद रेलोफाई आपके वेटलिस्ट टिकट को ट्रैक करता रहता है। यदि आपका टिकट कन्फर्म नहीं होता, तो रेलोफाई आपको फ्लाइट का टिकट देकर यात्रा पूरी करवाता है।