संसद में पास हुए तीन बिलों के विरोध में पंजाब और हरियाणा में किसान बड़ा विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके साथ ही कृषि सुधार विधेयकों का विरोध कर रहे विपक्षी दलों को आड़े हाथ लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिन्होंने दशकों तक किसानों के नाम पर सिर्फ नारे लगाये और खोखले वादे किए
वे आज राजनीतिक स्वार्थ के लिए उन्हीं के कंधे पर रखकर बंदूक चला रहे हैं। वे उन्हें भ्रमित कर रहे हैं। उन्होंने कहा की किसानों की तरह ही दशकों तक देश के श्रमिकों को भी कानून के जाल में उलझाकर रखा गया।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा मंत्र साफ है। हमारे लिए राष्ट्र सर्वोपरि है। अंत में उन्होंने लोगों से दो गज की दूरी, मास्क पहनने, हाथ की साफ-सफाई को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए कहा।
भारतीय जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर शुक्रवार को भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने यह बात कही।
संसद में पारित कृषि सुधार से संबंधित विधेयकों को किसानों के जीवन में व्यापक बदलाव लाने वाला करार देते हुए प्रधानमंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे छोटे-छोटे किसानों से मिलें और कृषि विधेयकों के फायदों से उन्हें अवगत कराएं।
इस दौरान पीएम मोदी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि ‘सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं को ग्राउंड पर किसानों से संपर्क करना चाहिए और उन्हें नए कृषि सुधारों की अहमियत और जानकारियों को आसान शब्दों में समझाना चाहिए.
उन्हें बताना चाहिए कि ये बिल उन्हें कैसे सशक्त करेंगे. जमीन पर हमारा संपर्क वर्चुअल दुनिया में फैले प्रोपगैंडा का मुकाबला करेगा.’