किसी भी देश की अर्थव्यस्था उसके उद्योग से जुड़ी होती है। कोरोना वायरस ने विश्वभर की अर्थव्यस्था को लुढ़का दिया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि हरियाणा की नई उद्योग एवं रोजगार नीति-2020 आगामी एक नवंबर को हरियाणा दिवस से लागू होगी। सरकार ने औद्योगिक नीति का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। इसमें उद्योगपतियों से सुझाव भी मांगे गए हैं।
नई उद्योग नीति से सभी को बहुत सी अपेक्षाएं होती हैं। इस नीति में प्रदेश के के युवाओं को रोजगार देने की नीति भी तय की गई है। युवाओं को राज्य में 75 फीसदी प्राथमिकता दी जाएगी। इस पर उद्योगपतियों ने भी सहमति जता दी है। रोजगार के लिए युवाओं को स्किल डेवलपमेंट का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
युवाओं को नौकरी के लिए प्रशिक्षण देने की पहल हरियाणा सरकार ने जो की है वह तारीफ़ के काबिल है। कल मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में उद्यामियों के साथ बैठक की थी। उन्होंने हरियाणा में लागू होने वाली नई उद्योग नीति पर उद्यमियों से सुझाव मांगे। उन्होंने कहा कि उद्यमियों से प्राप्त सुझावों को शामिल कर प्रदेश की बेहतरीन उद्योग तथा रोजगार नीति बनाई जाएगी।
इस नई उद्योग नीति ने युवाओं में जोश भर गया है। 2014 में जब वर्तमान भाजपा सरकार ने प्रदेश की बागडोर संभाली तो ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में हरियाणा 14वें स्थान पर था। इसके बाद सरकार के प्रयासों से हरियाणा छठें स्थान पर आया तथा बाद में तीसरे स्थान पर भी पहुंचा। इस बार कुछ प्रक्रिया से जुड़ी कमी के कारण हरियाणा रैंकिंग में थोड़ा पिछड़ गया, लेकिन भविष्य में उन कमियों को दूर कर फिर से अग्रणी राज्यों में आएगा।